हेलो फ्रेंड्स मै आइशा हाज़िर हु अपनी पहली सेक्स स्टोरी के साथ . मै बताऊगी कैसे मुझे A ग्रेड मिला . मेरा पहला सेमेस्टर था और मेरे फिजिक्स सब्जेक्ट में बिलकुल मार्क्स अचे नहीं आये थे..फर्स्ट सेमेस्टर ख़तम हुआ और सेकंड स्टार्ट हो गया.
सब सब्जेक्ट्स की लिस्ट्स लग रही थी. इसी तरह CR ने क्लास में अनाउंसमेंट की के “फिजिक्स की भी लिस्ट लग गयी है आप जा कर देख ले और जिसको इशू हो वो सर से जा कर बात कर ले रीचेकिंग के लिए.”सब गए मार्क्स देखने और मैंने भी देखे.
मैं फ़ैल थी और मुझे पास होने के लिए सिर्फ 2 मार्क्स की ज़रुरत थी. खैर मैं सर के रूम में गयी तो सर ने मुझे कहा –
सर: आज नहीं कल आना.मैं काफी टेंशन में थी. जब नेक्स्ट डे गयी तो सर ने दोबारा नेक्स्ट डे का बोलै.
उससे नेक्स्ट डे गयी तो सर ने बिठा लिया. सर अपना काम करते रहे और मैं एक सोफे पे बैठी रही.(रीडर्स जस्ट तो रिकॉल इस टाइम तक मैं न तो रिलेशनशिप में थी न ही कुछ सेक्सुअल एक्टिविटीज का इतना पता था.) (Teacher sex story)
फिर अराउंड 1:०० बजे छुट्टी हो जाती है और इवनिंग की क्लासेज 4 बजे स्टार्ट होती है. और ये 3 घंटे की ब्रेक होती है. इस टाइम यूनिवर्सिटी ऑलमोस्ट खाली ही होती है.
मुझे सर ने बोला: वो एनवलप पड़ा हुआ है उसमे से अपना पेपर निकाल ले. (Teacher sex story)
मैंने अपना पेपर निकाला और सर को दिया और दोबारा बैठ गयी उसी सोफे पे. मेरे और सर के दरमियान उनका टेबल था. अब सर पेपर चेक करने लग गए.फिर अचानक वो कहते: ये तुमने क्या किया हुआ है? तुम्हारे तो ये नंबर भी नहीं बनते इधर ये देखो.
मैं उठ के टेबल की दूसरी साइड पे गयी. सर मुझे मेरी गलतियां बताने लग गए.सर ने मुझे कहा: वो चेयर ले आओ और इधर बैठो साथ मेरे. मैं चेयर उठा के ले गयी और बैठ गयी. सर बार-बार बहाने से टच कर जाते मुझे लेकिन मैंने इतना गौर नहीं किया.
जब चेकिंग कम्पलीट हो गयी तो सर नंबर टोटल किये और बोले- (Teacher sex story)
सर: ये तो पहले से भी 4 नंबर काम बनते है देखो.
मैंने सर के हाथ से पेपर लिया तो नीचे सर का लोढ़ा उनकी जीन्स से बाहर था और फुल तन्ना हुआ था और हिल रहा था. ये पहली बार थी मैं किसी का खड़ा हुआ लोढ़ा देख रही थी. और मैं देखती ही रह गयी.
फिर सर ने मुझे कहा: नंबर चाहिए तो इसको ठंडा करना होगा.वो इतना बड़ा था की मैं उसको देख कर रोने लग गयी. सर परेशां हो गए और सर ने कहा-सर: देखो कोई ज़बरदस्ती नहीं है.
तुम जा सकती हो. नेक्स्ट किसी सेमेस्टर में दोबारा पढ़ लेना.
में: मैंने आज से पहले कभी नहीं देखा किसी का और न ऐसा काम किया है. मेरे ज़ेहन में उस टाइम सिर्फ मार्क्स चल रहे थे. मैंने सर के लोडे पे हाथ रखा और कहा-
में: मैंने कभी नहीं किया लेकिन मैं कोशिश कर सकती हु. लेकिन मुझे मार्क्स फुल चाहिए. (Teacher sex story)
सर ने कहा: ठीक है मुझे मज़ा दो नंबर देना मेरी ज़िम्मेदारी. और साथ ही सर ने मेरी चेस्ट पे हाथ रख दिया. फिर सर मुझे सहलाने लगे और मैं सर को सहलाना भूल ही गयी. मेरा हाथ सर के लोडे पे था. फिर सर ने जीन्स की बेल्ट खोली और लोडे को और बॉल्स को बाहर निकाला.
सर के लोडे के पास और बॉल्स के ऊपर ब्लैक और वाइट दोनों हेयर थे. फिर सर ने टाँगे खोली और मुझे कहा-
सर: इधर टेबल के अंदर आ कर नीचे बैठ जाओ और मसाज करो. अब मैं टेबल के अंदर जा कर बैठी और मुँह सर के लोडे की तरफ कर लिया. और सर ने एक टांग मेरी एक साइड पे कर ली और दूसरी दूसरी साइड पे.
फिर सर नीचे झुके और मेरे होंठो पे होंठ रख दिए और किस करने लगे. लेकिन मैंने अपने होंठ नहीं खोले.
फिर सर ने मुझे कहा: कमीज ऊपर करो और मम्मे दिखाओ. (Teacher sex story)
मेरे लिए ये नया शब्द था तो मुझे समझ नहीं आयी. फिर सर अपने दोनों हाथो से मेरे दोनों बूब्स पकडे और ज़ोर से दबाये और बोले-
सर: लड़की ये दिखाओ. मैंने कमीज ऊपर कर ली और ब्रा में से बूब्स बाहर निकाल लिए. मेरे राइट बूब पर तिल है जो बहुत सूंदर लगता है सर भी उससे देखते रह गए. उस टाइम मुझे तो नहीं पता था की तिल इस तरह अत्त्रक्ट करते है.
(Teacher sex story)
लेकिन कुछ तो था क्यूंकि सर के लोडे में तनाव बढ़ गया था और सर का प्री कम निकल रहा था. जो मुझे सर का सुसु लग रहा था. फिर मैंने सर को कहा-
मैं: सर आपका सुसु निकल रहा है. तो सर हस्स पड़े और कहते: नहीं-नहीं ऐसा कुछ नहीं है.
आइशा तुम मसाज करती रहो. मैं सर के लोडे को पकड़ के आगे-पीछे करती रही. कुछ ही देर में मेरी एक फ्रेंड आ गयी मेरा पूछने की मैं यहाँ थी और कहा गयी. (Teacher sex story)
सर ने कहा: लंच करने गयी थी मुझे नहीं पता. तो वो कहती: लेकिन मैं तो बाहर ही थी. मुझे तो नज़र नहीं आयी. तो सर ने गुस्से से कहा: तो यहाँ तुम्हे नज़र आ रही है? जाओ यहाँ से. फिर सर ने मुझे कहा: जल्दी करो कोई आ जायेगा.
तो मैंने कहा: सर मैं तो कर रही हु और कितनी करनी है.मुझे नहीं पता था की कुछ डिस्चार्ज भी होता है. सर ने मुझे कहा: आइशा इसको मुँह में डालो और चूसो. मैंने ऊंचा सा शॉट किया: नहीं.
सर ने फ़ौरन मेरे मुँह पे हाथ रखा और कहा: आराम से बोलो क्या हो गया है? फिर सर ने मुझे कहा: कुछ नहीं होता आराम से बस इसकी टॉप मुँह में डालो और ये जल्दी हो जायेगा. और फिर सर के और मेरे बीच काफी डिस्कशन हुई और एन्ड पे मैं मान गयी की जस्ट टॉप वाले गोल पार्ट को मुँह में डालूंगी. (Teacher sex story)
मैंने उसको दुपट्टे से साफ़ किया और मुँह में लिया और चूसने लगी. उसका काफी अजीब सा ज़ायिका था वैरी टेस्टी. फिर मैं सर के लोडे के टॉप को मुँह में ही जुबां मारने लगी और उसके होल को चूसने लगी जैसे कोई जूस की नलकी को चूसता है.
कुछ ही देर बाद सर ने मेरे बालों में हाथ डाला और सहलाने लगे और आहिस्ता-आहिस्ता अंदर दबाने लगे.वो कहने लगे: और तेज़ और तेज़.और कुछ ही देर बाद सर ने ज़ोर-ज़ोर से आहें भरना स्टार्ट कर दी. उन्होंने मुझे पीछे से फुल दबा लिया.
मैंने पीछे होने की कोशिश की लेकिन सर ने बहुत ज़ोर से दबा रखा था. सर का लोढ़ा सारा मेरे अंदर था और सर ने मेरे गले में डिस्चार्ज किया. मेरा मुँह सर के छुम से भर गया और मेरे पास बाहर थूकने के अलावा कोई रास्ता नहीं था. कुछ अंदर गया और कुछ मैंने उधर ही सर के लोडे पे थूक दिया. (Teacher sex story)
सर का लोढ़ा और बॉल्स मेरी थूक से गीले हो गए थे. सर ने काफी गुस्से से कहा: साफ़ करो इसको. मैंने अपने दुपट्टे से साफ़ किया सब कुछ और देखते ही देखते सर का लोढ़ा छोटा होता गया और बिलकुल 1.5-2 इंच का रह गया.
सर उसी पोजीशन में बैठे रहे और मैं भी क्यूंकि जब तक सर रास्ता नहीं देते मैं निकल नहीं सकती थी. फिर सर ने उसी पोजीशन में बैठे-बैठे सिगरेट लगा ली. मैंने सर को कहा: सर मैं जाऊ? तो सर ने कहा: नहीं थोड़ी देर रुको.
मैंने कहा: सर मुझे देर हो रही है. सर ने कहा: तो तुम नहीं करोगी? मैंने कहा: मैंने ही तो किया है. तो सर ने कहा: नहीं-नहीं मेरा मतलब तुम खुद को नहीं करोगी? फिर मैंने कहा: सर मैं नहीं करती होती. (Teacher sex story)
तो सर ने कहा: उलटी हो जाओ. मैंने कहा: नहीं सर मुझे कुछ नहीं करवाना. आपका हो गया न अब आप नंबर लगा दे. तो सर ने कहा: नंबर लगवाने है तो जो मैं कह रहा हु वैसा करो और उलटी हो जाओ.
मैं उलटी हो गयी मैं डोग्गे स्टाइल में थी). गाइस यहाँ आपको एक बात बता दू मैं हेयर रिमूवल अपने घर में ही करती थी हॉस्टल में नहीं. एंड 2 महीने से घर नहीं गयी थी मैं जिस वजह से चुत के बाल बहुत बड़े हो गए थे. सर ने मेरी सलवार उतरी तो मेरी पुसी पे बाल देख कर हैरान हो गए और बोले-
सर: तू बाल नहीं काट-टी? तो मैंने कहा: वो घर नहीं जा सकी तो इस लिए बढ़ गए. फिर सर ने मेरी पुसी के बाल पकड़ कर खींचे. मैंने अह्ह्ह्ह की आवाज़ निकली और सर हस्स दिए. (Teacher sex story)
फिर सर मेरी पुसी के बालों में ऊँगली फेरने लगे और कुछ ही देर में उन्होंने मेरी पुसी की लाइन ढूंढ ली और उसमे 2 उँगलियाँ फेरने लगे. मुझे मज़ा आने लगा और मैं आहें भरने लगी.
सर आहिस्ता-आहिस्ता फ़ास्ट हो गए और मुझे क्लियर आवाज़ आ रही थी के सर मेरी गीली चुत को रब कर रहे थे. सर कभी एक फिंगर उसे करते तो कभी 2 फिंगर्स के साथ करते. कुछ ही देर में मैंने सर की आहें सुनी और अपनी हिप्स पे गरम-गरम पानी महसूस किया.
जी आप ठीक समझे सर दूसरी मर्तबा फ़ारिग़ हुए. इसी दौरान सर ने गीली चुत पे अपना हाथ अंदर की तरफ दबा कर रगड़ना स्टार्ट कर दिया और वही पल था जब मेरी आँखें बंद थी. मैं चीख पुकार के साथ फ़ारिग़ हो रही थी. (Teacher sex story)
मेरी आवाज़े: अह्ह्ह ओह्ह उम्म्म और ज़ोर से करो सर कमरे में गूँज रही थी और मैं अपनी पुसी को पूरी ताक़त से हिला रही थी.
सर ने अपनी टाँगे जोड़ ली और मुझे अपनी टांगो में कस लिया. फिर फ़ौरन मुझे पीछे खेंचा और ऊपर बिठा लिया.मुझे साफ़ फील हो रहा था की मेरी पुसी उनके लोडे को टच कर रही थी और मेरी पुसी से पानी उनके लोडे पे गिर रहा था. कुछ देर मैं ऐसे ही बैठी.
फिर मैं उठ कर साइड वाली चेयर पे बैठ गयी. फिर जब मैं नार्मल हुई तो सर ने मुझे लिस्ट दी के अपनी मर्ज़ी के नंबर लगा लो. मैंने अपने फुल मार्क्स लगाए और वापस आ गयी.आपको ये स्टूडेंट टीचर की सेक्स स्टोरी कैसी लगी पर [email protected] मेल करके बताये . (Teacher sex story)