सील पैक चुत की चुदाई की कहानी में मैं अपनी छोटी बहन को हवस भरी निगाहों से देखता था और जब भी मौका मिलता था, मैं उसके सेक्सी बदन को छूकर मजा लेता था.
दोस्तों, मेरा नाम युग है और मैं मध्य प्रदेश राज्य के भोपाल शहर में रहता हूँ।
मैं अक्सर चूत चुदाई की कहानियाँ पढ़ता हूँ और दिन में दो बार हस्तमैथुन करता हूँ।
यह सेक्स स्टोरी मेरी और मेरी छोटी बहन वर्षा की चुदाई की कहानी है।
इसमें आप पढ़ेंगे कि कैसे मैंने अपनी ही बहन को चोदकर अपनी रंडी बनाया।
यह सील पैक चुत की चुदाई की कहानी एक साल पहले की है जब मैंने अपनी 12वीं की बोर्ड परीक्षा दी थी।
परीक्षा के बाद स्कूल बंद हो गया था।
मैं आपको अपने परिवार के बारे में बता दूँ।
मेरे घर में पाँच सदस्य हैं। मम्मी-पापा, दीदी और एक छोटी बहन।
मेरे पापा का नाम सुदेश है। उनकी उम्र 44 साल है।
मेरी माँ का नाम अदिति है। उनकी उम्र 42 साल है। लेकिन वो 30 से ज़्यादा की नहीं लगती हैं।
उनका फिगर 32-28-36 है। वो पारदर्शी साड़ी पहनती हैं और साड़ी को नाभि के नीचे बाँधती हैं।
रुबिया की ब्रा पारदर्शी साड़ी के साथ दो बाय दो के पतले ब्लाउज में से साफ़ दिखाई देती है।
उसके हिलते हुए स्तन और मटकती हुई गांड देखकर किसी का भी लिंग खड़ा हो सकता है।
मेरी एक बड़ी बहन है, जिसका नाम दीपाली है।
वो मुझसे एक साल बड़ी है और वो भी बहुत सेक्सी दिखती है।
दीपाली के बाद मैं हूँ और मेरी एक छोटी बहन है।
उसका नाम वर्षा है।
वो मुझसे एक साल छोटी है।
उसकी उम्र 18 साल है। उसने अभी जवानी की दहलीज पर कदम रखा है।
उसके स्तन बहुत गोरे हैं और वो बहुत हॉट आइटम है।
उसकी सूजी हुई गांड के बीच की दरार को देखकर मुझे उसे चोदने का मन करता है।
मैंने कई बार उसकी ब्रा पैंटी को सूंघकर हस्तमैथुन किया है।
उन दिनों मैं उसकी चूत और गांड में अपना लिंग डालने की योजना बना रहा था।
वैसे तो मैंने उसे सपने में कई बार चोदा था, लेकिन हकीकत में उसे चोदने से डरता था क्योंकि अगर उसने शोर मचाया तो मेरी इज्जत खराब हो जाएगी।
हम दोनों बहुत खुले विचारों वाले हैं और एक दूसरे के सारे राज जानते हैं।
कभी-कभी जब वो मुझे गले लगाती है तो उसके स्तन मेरी छाती से रगड़ते हैं।
मैं उसके नितंबों को भी सहलाता था।
उस समय मेरे मन में उसे चोदने के ख्याल आते थे।
ऐसा लगता था कि मैं उसे वहीं घोड़ी बना दूँ और उसकी गांड चोद दूँ।
एक रात हम सब साथ में टीवी देख रहे थे और वो हमेशा की तरह मेरे बगल में बैठ कर टीवी देख रही थी।
मैं भी हमेशा की तरह अपनी टांग उसकी टांग से रगड़ते हुए उत्तेजित हो गया था। मेरा हाथ भी उसकी टांग पर घूम रहा था।
उस दिन काफी देर हो चुकी थी, इसलिए हम सब सोने लगे।
वर्षा मेरे साथ सोती थी।
जब वो सो जाती तो मैं उसके स्तन दबाता, अपना लंड उसकी गांड पर रगड़ता… लेकिन मैं उसे कभी नहीं चोद पाया।
एक दिन मम्मी और दीदी मौसी के घर चली गईं। वो दो दिन के लिए गईं थीं।
थोड़ी देर बाद पापा भी ऑफिस चले गए।
पापा को शराब पीने की आदत है और आज मम्मी के न होने की वजह से उनके लिए यह त्यौहार जैसा था।
मुझे पता था कि पापा आज अपने दोस्तों के साथ पार्टी जरूर करेंगे।
मुझे पूरी उम्मीद थी कि वो मुझे फोन करके घर आने से मना करेंगे।
हुआ भी यही… एक घंटे बाद उनका फोन आया कि वो ऑफिस के काम से बाहर जा रहे हैं और कल शाम या परसों तक वापस आ जाएंगे।
मैं उनके फोन से बहुत खुश था कि अब मैं अपनी बहन की चूत चोद सकता हूँ।
अब घर पर मैं और वर्षा अकेले थे।
आज चुदाई का सही समय था।
मैं हॉल में टीवी देख रहा था और वर्षा कमरे में थी।
मैंने सोचा कि जाकर देखूं कि वर्षा क्या कर रही है।
जब मैं कमरे में गया तो वर्षा मेरे सामने तौलिया में थी। वो अभी-अभी नहाकर आई थी।
उसका तौलिया छोटा था, जिसकी वजह से उसके स्तन दिख रहे थे।
उसने गुस्से में मुझे बाहर जाने को कहा, मैं बाहर आ गया।
लेकिन अब मुझे उसे चोदने का मन कर रहा था।
शाम हो चुकी थी, मैं छत पर बैठा था तभी वो आई।
वर्षा- सॉरी भैया, आज मैं आप पर चिल्ला पड़ी।
मैं- कोई बात नहीं। वैसे आप बहुत खूबसूरत हैं!
वर्षा- तुम्हें कैसे पता कि मैं खूबसूरत हूँ?
मैं- आज मैंने तुम्हें बिना कपड़ों के देखा, तब से मुझे पता है कि तुम बहुत खूबसूरत हो… मैं तुमसे प्यार करता हूँ वर्षा। सच में, मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ।
पता नहीं किस आवेग में मैंने उससे यह बात कही पर मुझे डर था कि अब वह क्या कहेगी।
मेरी बात सुनकर वह मुस्कुराई और फिर तुरंत आगे बढ़कर मुझे चूमने लगी।
मैंने भी उसका साथ देना शुरू कर दिया और उसके स्तन दबाने लगा।
हम दोनों के बीच 5 मिनट की चुम्बन के बाद वह दूर हट गई और शर्माने लगी।
मैंने उसकी तरफ देखा और उसे वापस अपनी गोद में लेने के लिए हाथ बढ़ाया।
तो वह बोली- आज रात मेरे पास तुम्हारे लिए कुछ बहुत खास है।
मैं समझ गया कि आज मैं उसकी चूत का रस पी पाऊँगा।
मैंने कहा- आज खाना मत बनाना, मैं बाहर से ले आता हूँ।
उसने पूछा- क्या तुम पापा का खाना भी लाओगे?
मैंने उसे जीतते हुए कहा- नहीं, आज पापा शायद अपने शराब के कार्यक्रम में व्यस्त होंगे…उन्होंने मुझे फोन करके कहा कि वे कल शाम तक वापस आ जाएँगे या शायद परसों ही घर आ पाएँ!
यह सुनकर मेरी छोटी बहन मुस्कुराई और बोली- ठीक है, अब तुम्हें इस खबर के लिए और भी बढ़िया तोहफा मिलेगा।
मैं समझ गया कि शायद अब वो और भी चुदासी हो गई है और चुदवाना चाहती है.
थोड़ी देर बाद मैं बाजार गया और वहाँ से खाना पैक करवाया और मेडिकल स्टोर से सेक्स की गोलियाँ खरीद कर घर के लिए निकल पड़ा.
जब मैं घर लौटा तो 8 बज रहे थे.
जब मैं घर पहुँचा तो देखा कि वर्षा ने लाल रंग की शॉर्ट नाइटी पहनी हुई थी.
उसने मुझे आँख मारी और पूछा- मैं कैसी लग रही हूँ?
मैं- तुम बहुत सेक्सी लग रही हो मेरी जान!
यह कहते हुए मैं उस पर झपटने ही वाला था.
वर्षा- चलो, पहले खाना खाते हैं. आज रात मैं तुम्हारी हूँ, जो चाहो करो.
फिर हम दोनों ने खाना खाया और मैं कमरे में चला गया.
मैंने देखा कि कमरा बहुत करीने से सजा हुआ था. उसने बिस्तर पर तकिए और कुशन सजा रखे थे.
मैं मन ही मन खुश हो गया.
वर्षा- सजावट कैसी लग रही है?
मैं- बढ़िया है, पर क्या तुम भी मुझसे प्यार करती हो!
वर्षा- मैं तुमसे बहुत दिनों से प्यार कर रही हूँ, तुम ही थे जो इसमें देरी कर रहे थे।
मैं उसे कामुक नज़रों से देखने लगा।
मैं वर्षा को चूमने लगा।
वो भी मेरा साथ देने लगी।
कुछ देर बाद मैंने उसकी नाइटी उतार कर फेंक दी। उसने नाइटी के नीचे कुछ नहीं पहना था, शायद वो पूरी नंगी होकर चुदना चाहती थी।
उसने भी मेरे सारे कपड़े उतार दिए और मेरा लंड चूसने लगी।
वो किसी प्रोफेशनल रंडी की तरह मेरा लंड चूस रही थी।
उसे मेरा लंड चूसते देख मुझे शक हुआ कि कहीं उसकी चूत पहले से खुली तो नहीं है!
लेकिन अगले ही पल मैं शांत हो गया कि एक जवान लड़की की चूत को सीलबंद चूत समझ कर चोदना चाहिए।
मैंने अपना हाथ उसके सिर पर रखा और उसे अपने लंड पर दबाते हुए कहा- मेरी रानी, तुमने इतना अच्छा लंड चूसना कहाँ से सीखा?
वर्षा- मैंने बहुत पोर्न मूवी देखी हैं। भैया, मैं जानबूझकर अपनी पैंटी और ब्रा बाथरूम में छोड़ देती थी ताकि तुम उन्हें सूंघ सको और अपना लंड हिला सको।
मैं- तुम मुझे कब से प्यार करते हो?
वर्षा- जब से मैंने तुम्हारा 7 इंच लम्बा लिंग देखा है, तब से मैं तुमसे चुदवाना चाहती हूँ।
यह कहते हुए वो खड़ी हुई और मुझे अपनी साफ़ चूत दिखाई।
मैंने उसकी चूत की खुशबू से अपने नथुने भर लिए और उत्तेजित हो गया।
फिर हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए।
वो मेरा लिंग चूसने लगी और मैं उसकी चूत चाटने लगा।
कुछ मिनट बाद वो मुझसे बोली- भैया, मैं अब और इंतज़ार नहीं कर सकती, जल्दी से अपना लिंग डालो।
मैं चुदाई की पोजीशन में आ गया और उसकी चूत को देखने लगा, सोचने लगा कि इतनी संकरी चूत में मेरा लिंग कैसे घुस सकता है।
फिर उसने अपने हाथ से मेरे लिंग को अपनी चूत पर सेट किया।
मेरा लिंग उसकी चूत की बंद लाइन से टकराने लगा।
वो भी लिंग की गर्मी महसूस करते हुए अपनी गांड हिलाने लगी और मेरे लिंग को अंदर बुलाने लगी।
मैं खुद को रोक नहीं पाया और मैंने एक जोरदार धक्का मारा।
शॉट सही समय पर और सही जगह पर लगा था इसलिए करीब ढाई इंच लिंग चूत को चीरता हुआ अन्दर घुस चुका था।
लंड क्या गया, उसकी तो चीख ही निकल गयी.
उसकी चीख बता रही थी कि यह उसका पहला बार हमला था।
मुझे आत्मज्ञान हो गया और स्टेरॉयड से ही बेहद खुश हो गया कि आज कटआउट का पहला मौका मिला।
अब मैं उसे किस करने लगा और उसे सहलाने लगा, उसका एक दूध अपने मुँह में भर कर क्रिसमस लगा।
अपने चूचे चुसवाने से उसे अच्छा लगा।
थोड़ी देर बाद वह खुद अपनी कमर उठाकर लंड लेने लगी।
उसका दर्द कम हो गया था.
मैंने एक और आर्किटेक्चरल बोल्ट लगाया और अपना पूरा लंड उसकी चूत की जड़ तक उखाड़ दिया।
उसका दर्द भरी चीख निकल गई इस बार मेरे माउथ क्रीड़ा की वजह से आवाज नहीं निकली पाई।
इस बार मैंने बिना रुके धक्कों की स्पीड तेज कर दी।
उसकी आँखों से तूफान लागे।
फिर 5 मिनट तक चुदाई के बाद उसे भी मजा आया और उसने बहुत आवाजें निकालीं- आह हह हहह आज मेरी चूत फाड़ कर इसका भोसड़ा बना दो … बड़ा मजा आ रहा है भैया … आह आज मेरी चूत की मां चुद गई ईई आह.
मुझे अपनी बहन की चूत राँघने में अत्यंत सार्वभौम मिल रही थी।
मैं भी रेत की तरह अपनी छोटी बहन को बकरी समझ कर बकवास में लग गया था.
काफी देर की एलामिक चुदाई के बाद मैंने चूत से लंड निकाल कर उसके मुँह में डाल दिया।
वह अच्छी तरह से लंदन क्रीड़ा लगी.
मैंने उसके मुँह में ही जोर-जोर से स्थापना शुरू कर दी और 5 मिनट बाद उसके मुँह में ही जोर-जोर से दुकान लगाना शुरू कर दिया।
उस रात मैंने उसे 3 बार चोदा, दो बार उसकी चूत और एक बार गाण्ड बजाई।
सील पैक चूत चुदाई के बाद हम दोनों ऐसे ही मिले।
अगली सुबह 12 बजे उठाओ।
तब तक वर्षा नहाकर तैयार हो गई थी।
उसने मुझे जगाया और एक किस.
मैं जगा तो उसने मेरी ताजा होने को कहा।
उस दिन के बाद जब भी मौका मिले, हम दोनों दबा कर चुदाई करते हैं.
मैंने साल की मदद से अपनी माँ को भी चोदा।
ये सब कैसे हुआ, उसे मैं अपनी अगली सेक्स कहानी में बताऊंगा।
मेरी सील पैक चूत चुदाई की कहानी अच्छी लगी या नहीं… कमेंट करके जरूर बताएं।