नमस्कार दोस्तों, आप लोगों ने मेरी पिछली कहानी पढ़ी होगी। जिस्मे मैंने कॉलेज की लड़की रिद्धिमा को घर ले जाके उसकी गांड मारी थी। उसके बाद हम रोज सेक्स चैट और वीडियो सेक्स करते थे। पहले वीकेंड पर उसके घर वाले बहार गए द 2 दिन के लिए, और उसका घर खाली था। इस चुदाई की कहानी में मैं बताऊंगा की कैसे मेने अपनी गर्लफ्रेंड को घर ले जाकर चोदा अकेले में।
रिद्धिमा: मैं आ जाति हूं तेरे फ्लैट पे, वीकेंड में चुदाई करेंगे।
सूरज: नहीं इस बार तेरे घर में है। तुझे तेरे मां-बाप के बिस्तर पर छोड़ने का मन है मेरा।
रिद्धिमा: ठीक है, पर बच्चों के घुसना होगा। पडोसियों को नहीं दिखाना चाहिए।
सूरज: ठीक है बेटा।
फिर वो वीकेंड आ गया। उसे मुझे संदेश किया कि उसके घर वाले निकल गए थे, तो मैं वहा चला जाऊ। मैं तुरत तैयार हुआ, और उसके घर पहुंच गया, और बड़ी मुश्किल से घर में घुसा, जिससे की पड़ोसन की नजर ना पड़े।
अंदर मेरी जान मेरी रांड मेरा इंतजार कर रही थी। जैसे ही मैं अंदर घुसा, हम दोनो पहले तो हस्से, जिस तरह बच-बच के मैं अंदर आया उस स्थिति पर।
रिद्धिमा: कुछ होगा?
सूरज: नहीं यार, अभी खाना खाने के आया हूं। गर्लफ्रेंड को घर ले जाकर चोदा
रिद्धिमा: कुछ पाएगा?
सूरज: हा, तेरी छूट का अमृत..
रिद्धिमा: वो तो पीना ही पड़ेगा, उसके अलावा?
सूरज: नहीं बस वही काफी है।
रिद्धिमा: और मुझे भी पीना है। भूलना मत।
सूरज: तुझे तो आज मैं अपना मत भी पिलाऊंगा।
रिद्धिमा: ची, वो नहीं। गर्लफ्रेंड को घर ले जाकर चोदा
सूरज : आज से बीडीएसएम करेंगे ना। उसमें सब होगा जानेमन। किंक भी खूब होगा। तू भी जो चाहे करना मेरे साथ।
रिद्धिमा: सुन कर ही बहुत सींग वाली हो रही हूं मैं तो।
फिर मैंने उसे अपनी गोद में खेंचा। वो मेरी गोद में बैठ गई, और हम चूमने लगे। हम भुखे नंगे शेरों की तरह एक दूसरे के होंठ जुबान को खाने और चुनने लगे।
फिर मैंने उसकी टी-शर्ट उतार दी, और उसके बूब्स को ब्रा के ऊपर से ही चाटने लगा। उसकी पूरी ब्रा को मैंने गिला कर दिया। फिर उतार के फेंक दिया। उसके बूब्स को इतने दिन बाद देख के मुझसे रहा नहीं गया, और मैं उसके ब्राउन बड़े-बड़े निपल्स को पूरा मुह में थोड़ा चुनने का लगा।
वो ज़ोर-ज़ोर से मूँ कर रही थी मेरा नाम। मैंने उसके बूब्स को काट-काट के, थप्पड़ मार-मार के लाल कर दिया। उसको दर्द में बहुत मज़ा आ रहा था।
रिद्धिमा: आह सूरज, और ज़ोर से काटो इनहे। खा जाओ अपनी रंडी को।
सूरज: चुप कर रंडी, वरना तुझे कच्चा छाबा जाउंगा।
रिद्धिमा: छबा जा, 2 दिन के लिए हम दोनो ही एक दूसरे का खाना है। गर्लफ्रेंड को घर ले जाकर चोदा
फिर उसने मेरी शर्ट उतार दी, और मेरी चाय को किस करने लगी। वो मेरे निप्पल को चुनने लगी, और काटने लगी। मेरी सिसकियान निकल रही थी। मैंने उसको सोफे पर पटका, और उसके शॉर्ट्स को 1 झटके में उतार दिया।
उसके काले रंग की पैंटी पहनने वाली थी। मैंने उसकी पेंटी को चाटा पेहले। फिर उसके पैर को मुह में लेके चूसा। उसके बाद धीरे-धीरे मैंने उसकी मुलायम तांगो को चाट-चाट के उसकी जांघों पर आया। और फिर उसकी जांघों को काटने और चाटने लगा, एक अच्छे कुत्ते की तरह।
रिद्धिमा: बस कर अब। मेरी चुत में दाल अपनी जीब रंदवे।
सूरज: इतनी आसनी से नहीं मेरी जान।
मैंने उसकी चुत को उंगली से सहलाया। फिर उसी मुह से गरम हवा छोड़ी। वो पागल ही हो गई, और उसने मेरा मुह पकड़ा और अपनी छूट में चिपक लिया। उसे अपनी तांगे मेरे सर पे गोद में मेरे चेहरे को दबा लिया। फिर मैंने अपनी जीभ उसकी छूत में घुसा दी, और स्लर्प-स्लूर्प करके चाटने लगा। फिर उसकी पकड़ ढीली की, और मैंने सर हटा लिया।
सूरज: कमीनी, अब तुझे इसकी सजा मिलेगी।
रिद्धिमा: क्या सज़ा मेरे रंडवे?
सूरज : चल बेडरूम में। तेरे माता-पिता के कमरे में चल, वह तुझे बिस्तर पर बांध के फिर छोड़ूंगा। गर्लफ्रेंड को घर ले जाकर चोदा
रिद्धिमा : चल।
वो दुपट्टा लायी, और मैंने उसके हाथ और पांव को बेड से बांध दिया। अब रिद्धिमा एक-दम गोरे हिस्सेदार मोटे-मोटे बूब्स ब्राउन निपल्स, और मोती सी गांद के साथ मेरे सामने बेड पे बंधी हुई थी। मैं बोला तैयार तड़पने के लिए?
रिद्धिमा: कुत्ते ज्यादा मत तरसाना।
सूरज : हाहाहा।
मैं एक गाजर लाया, और उसकी छूत में घुसा दी। वो झटपटाने लगी।
रिद्धिमा: आआह्ह हरामी, इतनी बड़ी गाजर दाल दी कुत्ते!
सूरज: अभी तो मेरी अंगुली तेरी गांड में भी जाएगी बेबी। वो भी दो-दो एक साथ। बोल तैयार है?
रिद्धिमा : नहीं। गर्लफ्रेंड को घर ले जाकर चोदा
इतने में मैंने सीधा घुसेड़ दी 2 उन्गली उसके गांड में। वो ज़ोर से चिल्लै-
रिद्धिमा : कुत्ते ! मादरचोद! आह।
और मैं एक हाथ से गाजर बाहर करने लगा उसकी चोट में, और 2 उन्गली उसकी गांड के अंदर बाहर करने लगा। वो झटपटा रही थी। उसके हाथ पांव बंधे हुए थे, और वो तड़प रही थी। थोड़ी देर वो बोली-
रिद्धिमा: मैं सहने वाली हूँ।
सूरज: मुझे बताओ जान, किधर निकलाना छोगी?
रिद्धिमा: तेरे मुह पे सूरज।
सूरज : जैसा तू कहे जान।
और मैंने उसकी चुत में से गजर निकल दी और चुत को चाटने लगा, चुनने लगा, और साथ ही उसकी गांड में उन्गली और ज़ोर-ज़ोर से अंदर बाहर करने लगा। वो ज़ोर-ज़ोर से विलाप करते-करते अकडने लगी, और पूरा का पूरा कम मेरे मुह में निकला दिया।
सूरज : इतने दिन बाद तेरा पानी पिया, जन्नत जैसा फील हुआ जानी। गर्लफ्रेंड को घर ले जाकर चोदा
रिद्धिमा: तूने आज जो ऑर्गेज्म दिया है, मुझे जन्नत के भी ऊपर पहुंच दिया मेरे रंडवे।
सूरज : पिक्चर अभी बाकी है बेबी।
मैं उसको किस करने लगा, और हमने चुंबन किया प्यार।
रिद्धिमा: मुझे खोल अब, मैं तुझे खाना चाहता हूं।
सूरज: पहले तुझे ये गाजर खानी होगी, जो तेरी छूट में गई थी। और तेरे छूट के पानी से लठपथ है।
रिद्धिमा: पागल है क्या? नहीं।
सूरज : भूल मत किंकी है ये।
और मैंने उसके मुह में दाल दी वो गाजर। वो भी खाने लगी, और बोली-
रिद्धिमा: बहुत कमीना आदमी है साले तू। अब तू भी खा।
और मैंने भी खुशी-खुशी वो गाजर खाई, जिसमें उसकी चुत के पानी का भी रस था। फिर मैंने अपनी जींस और चड्डी उतर के बोला।
सूरज: अब क्या करूं?
रिद्धिमा: तेरी मर्जी। पर मुझे खोल दे पहले। गर्लफ्रेंड को घर ले जाकर चोदा
सूरज: नहीं, पहले तेरे चेहरे पर बैठना है मुझे।
और मैं उसके चेहरे पर बैठ के उसका चेहरा सवारी करने लगा, और मैंने उसके सिर्फ हाथ खोल दिए।
अब मैं उसके चेहरे पर बैठा था, और उसकी जीभ मेरे टैटू को चाट रही थी। उसके हाथ मेरी गांड सहला रहे थे। मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।
उसकी जीभ मेरी गांड पे, गधे पे, टैटू पे, घूम रही थी, और मैं आगे-पीछे हो रहा था। मेरे गधे गाल उसके चेहरे पर गाल पे रब हो रहे थे। मैं ऊपर उठाता बस चेक करने के लिए कि उसे कैसा लग रहा था। लेकिन वो बोली-
रिद्धिमा: बैठा न कुत्ते, मुझे चाटने दे तेरी गांड और टट्टे।
वो बीच-बीच में मेरे लुंड को भी हिला रही थी, और मैं अपना हाथ पीछे ले जाके उसकी छूत में उन्ली करने लगा। उसे मुझे एडजस्ट किया, और लुंड को भी चुनने लगी, और गांड को चाटने लगी बारी-बारी से। अब मेरा निकलने वाला था, और मैं बोला-
सूरज : बेबी मेरा निकलने वाला है।
रिद्धिमा: मेरे मुह के ऊपर छोड़ दे। गर्लफ्रेंड को घर ले जाकर चोदा
सूरज: आह रिद्धिमा।
और मैंने बहुत सारा कम उसके मुह पे, लिप्स पे, और बालों पे गिरा दिया। अब वो एक रंडी की तरह उसे उंगली से लेके चाटने लगी। मैं उसकी तरफ में जाने दिया, और उसे फिर मुझे कम स्मूच किया। उसमें हम दोनों को बहुत मजा आया। हम ऐसे ही पड़े-पड़े गले लगाते रहे।
रिद्धिमा: अब पांव भी खोल दे मेरे दर्द हो रहा है।
सूरज: ओके माय लव।
मैंने उसके पांव खोले और मैं साइड में गया।
फिर वो बोली: मैगी बना लेती हूं, भूख लगी है।
वो किचन में चली गई। मैं वही लेता रहा। थोड़ी देर बाद में भी किचन में गया और वहा वो नंगी मैगी बना रही थी। उसकी मोती गांड देख के मेरा लंड फिर खड़ा हो गया।
रिद्धिमा: जनाब फिर खड़े हो गए? रुक मैगी बन जाने दे, फिर शांत करती हूं इसको।
सूरज : इतनी सेक्सी रंडी सामने नंगी खड़ी हो, तो कैसे कंट्रोल होगा। गर्लफ्रेंड को घर ले जाकर चोदा
मैंने जोरदार थप्पड़ मारा उसकी गांड पे।
रिद्धिमा: आह अरे मैगी जाने दे को बैन कर देगी।
सूरज: मैगी तो हाथ से बनेगी, गांड तो फ्री है तेरी।
मैं ये बोल के उसकी गांड पे लंड सत्य, और घुसने लगा। पर बहुत तंग थी उसकी गांड, तो मैंने सोचा पहले चुत मार लेता हूं आज। फिर मैंने पीछे से उसकी चुटकी में लुंड ठोक दिया।
अब वो मैगी बना रही थी, और मैं उसकी चुत में लुंड पेल रहा था। क्या नजारा था। मैं धीरे-धीरे ही कर रहा था, कहीं आग से हमें चोट ना लग जाए सोच के।
रिद्धिमा: हरामजादे! आह मैगी तो लगभग बन गई है। अब तेरी आग शांत करनी होगी।
उसके गैस बंद की, और पूरा झुक गई। और मैं उसे ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगा वही किचन में। मेरी जांघें उसकी मोती गोरी गांद पे थप थप थप करके टकरा रही थी। वो हर स्ट्रोक के साथ आगे-पीछे हिल रही थी।
फिर मैं एक हाथ से उसके बूब्स मसाला रहा था, और दूसरे से उसके बालों को पकड़ के खींच रहा था। मैंने ऐसे ही छोड़े हुए उसका मुंह पीछे खेंचा, और उसको लिप्स पे किस करने लगा।
अब मेरा लंड उसकी छूट में था। मेरी जीभ उसके मुह में थी, और मेरे हाथ उसके बूब्स मसल रहे थे।
थोड़ी देर वो बोली-
रिद्धिमा: चलो अब मैं छोड़ूंगी तुझे। गर्लफ्रेंड को घर ले जाकर चोदा
सूरज : मैगी भी तो खानी है। एक काम करते हैं, साथ ही में खाना और चुदाई करते हैं।
रिद्धिमा : कैसे ?
मैंने मैगी ली, मैं लेट गया, और थोड़ी सी मैगी अपने पेट और चेस्ट पे राखी। और उसको बोला-
सूरज: मेरे ऊपर से खाओ इसको बेबी।
रिद्धिमा: वाह।
वो मेरी छाती पे से मैगी मुह में लेके खाने लगी। फिर उसको मैंने अपने पास खीचा, और उसको किस करके उसके मुह से मैगी अपने मुह में लेने खाने लगा। इस सब से हम बहुत हॉर्नी हो गए थे।
फिर मैंने उसे कहा: बेबी छोड़ मेरे लुंड को।
वो मेरा लुंड अपनी चुत में घुसा के बैठ गई, और ज़ोर-ज़ोर से कूदने लगी।
मेरा लुंड उसकी चुत के अंदर गहरे तक जा रहा था। और मैं लेट के एन्जॉय कर रहा था। उसके बूब्स बहुत जोर से उचल रहे थे, और वो नजारा बहुत सेक्सी था दोस्तों। फिर वो थक गई, तो मैंने उसे नीचे से छोड़ना शुरू किया।
छोड़ते-छोड़ते मैंने उसे अपने पास खीचा, और उसे चूमने लगा। बीच-बीच में मैं उसकी गांड पे थप्पड़ भी मार रहा था। गर्लफ्रेंड को घर ले जाकर चोदा
वो बोली: आई एम गोना कम।
मैं बोला: मैं भी।
फिर वो कूदने लगी और मैं भी जोर-जोर से छोड़ने लगा। और हम दोनों किस करते-करते एक साथ कम करने लगे। उसका कम पूरा मेरे लुंड से होते हुए टैटू से होते हुए नीचे गिरने लगा। वो मेरी छाती पे लेट गई, और हम दोनो वही किचन में पड़े-पड़े गले लगाते रहे।
फिर मैं उसे गोदी में उठा के कमरे में ले गया, और बिस्तर पर पटका। फिर मैं उसके ऊपर चलो उसके बूब्स को चूसने लगा, और उसे किस करने लगा।
सूरज: अब किधर चुडेगी मेरी रांड?
रिद्धिमा: बाथरूम में।
सूरज : चल बाथरूम में तुझे उल्टा हूं।
रिद्धिमा: पिचली बार तो तूने गांड मार ली थी मेरी बाथरूम में. क्या बार क्या करेगा?
सूरज: इस बार भी मारनी है तेरी गांड, पर बेद पे मारूंगा। पहले बाथरूम में चुट मारूंगा।
फिर हम बाथरूम में गए। मुझे शौचालय आ रही थी। गर्लफ्रेंड को घर ले जाकर चोदा
रिद्धिमा: मुझे तुझे खोए हुए देखना है।
सूरज : ठीक है बैठ जा बगल में।
मैं मूटने लगा कमोड में, और वो साइड में बैठी थी। मैने लुंड उसकी तरफ घुमा दिया, और मेरा मूट उसके ऊपर गिरने लगा। उसके बूब्स, पेट, लेग्स पूरे मेरे मूट से गीले हो गए।
रिद्धिमा : कुत्ते ! ये क्या कर रहा है।
सूरज : हाहा…
मैंने उसके बाल पकड़ के उसका चेहरा अपने पास खेंचा, और मोहक तरीके में बोला-
सूरज: कैसी लगी मेरे मूट की गर्मी मेरी रांड?
रिद्धिमा: मदारछोड़, तू भी फील कर ले गर्मी।
ये बोल के वो मुझसे लिपट गई, और अपना पूरा शरीर मुझसे रगड़ने लगी। और मुझे अपना ही मूट अपने पे फील हो रहा था। हम दोनों कुत्तों की तरह एक दूसरे को चूमने लगे।
फिर मैंने उसे कमोड पे बिठाया, और बोला-
सूरज: चूज मेरे लंड को. वो कमोड पे बैठ के मेरा लंड चूस रही थी, और मैं दीवार का सहारा लेकर खड़ा था।
सूरज: आह रिद्धिमा, क्या चुनती है। साली तू तो रांद बन गई है एक-दम, कुटिया। गर्लफ्रेंड को घर ले जाकर चोदा
रिद्धिमा: हरामजादे! तूने ही बनाया है मुझे।
वो और ज़ोर-ज़ोर से चुनती रही और बीच-बीच में मेरे टैटू को भी मसाला रही थी। मैंने उसका एक हाथ पकड़ के अपनी गांड पर रखा, और वो समझ गई।
वो मेरी गांड को सहलाने लगी, और साथ ही साथ लुंड को गले तक अंदर-बहार करती रही। फिर मेरा निकलने वाला था, तो मैंने उसे रोक दिया, और बोला-
सूरज: चल तेरी छूट फड़ता हूं।
मैंने उसे उठाया दिया, और मैं कमोड पे बैठा गया, और वो मेरे गोदी में मेरे लुंड पे बैठ गई। मैंने अपने हाथ उसके चेहरे पर राखे, और वो मेरे लंड पर कूदने लगी। मैं उसके होठों को खाने लगा, और ज़ोर-ज़ोर से किस करने लगा।
वो अपनी जीब मेरे मुह में डाल रही थी, और मैं उसकी जीभ को चुन रहा था, और उसके चुट की गहरी भी नाप रहा था।
रिद्धिमा: आआह्ह आह मेरा निकलने वाला है सूरज।
मैंने उसके निप्पल को ज़ोर से पिंच किया, और उसकी चीक निकल गई।
सूरज : बेबी मेरा भी निकालने वाला है। एक साथ निकलता है। तेरी छूट मैं भरूंगा।
और अब हम कमोड पे बैठक के चुदाई करते-करते एक-दूसरे को किस कर रहे थे, और हग कर रहे थे। हमारी बॉडी की गर्मी एक-दूसरे से मिल रही थी। फिर हम दोनों एक साथ कम करने लगे।
मेरा गरम-गरम कम उसकी चुत की गेहराई में लावे की तरह निकलाने लगा। और उसका कम मेरे लुंड पे ऐसे फील हुआ, जैसे आग लग गई हो लुंड पे। हम ज़ोर-ज़ोर से सिस्किया लेते रहे, और वही बैठे-बैठे गले लगाते रहे।
जब हमारे में थोड़ी एनर्जी आई तो हम उठे। गर्लफ्रेंड को घर ले जाकर चोदा
मैं बोला: कैसा था?
रिद्धिमा: कोई शब्द नहीं है मेरे पास। ऐसा फील कभी नहीं किया मैंने। मुठ अपनी चुत में भरवाने में इतना मजा आता है, आज पता चला।
सूरज: सच्ची, कमोड पे चुदाई करने का भी अलग ही मज़ा था ना?
फिर हम नहाए साथ में, और बेड पर आ गए। और वो मेरे ऊपर लेट के मुझे किस कर रही थी। हम गले लगाते-करते सो गए। मेरी नींद खुली सुबह 4 बजे, और मैंने देखा उसे तो वो सोते हुए बहुत सेक्सी लग रही थी। उसकी गांड रात की रोशनी में और भी बड़ी लग रही थी।
मेरा लंड खड़ा होने लगा। मैं उसकी टांगो के बीच में गया, और उसकी चुत पे टूट पड़ा। उसको मैं जोर-जोर से चुनने लगा।
उसकी शॉक होके नींद खुली, और वो बोली-
रिद्धिमा: आह सूरज क्या कर रहा है? उठा तो देता पहले मुझे।
सूरज: अगर तुझे आराम से उठाता, तो ये यादगार कैसे बनता। अब तुझे याद रहेगा तेरी नींद कैसे खोली थी मैंने, तेरी छूट में जीब घुसा के।
रिद्धिमा: आई लव इट बेबी, पहले मुझे किसी दो, फिर छूट चटना।
मैंने उसे जबरदस्ती वाली पप्पी दी, और उसकी चुत का रस उसे टेस्ट किया। फिर वापस उसकी टांगो के बीच में आके मैंने उसकी चुत चटाई शुरू कर दी। उसकी गांड भी चाट रहा था मैं, और थप्पड़ मार रहा था।
उसके हाथ मेरे बालों में घूम रहे हैं। और वो ज़ोर-ज़ोर से मूँ कर रही थी। गर्लफ्रेंड को घर ले जाकर चोदा
फिर वो बोली: आह मैं कम करने वाला हूं।
और उसने मेरा मुह पकड़ के अपनी छूट पे दबा लिया। आह आह आहह करके उसे पूरी चुत का पानी मेरे मुह में छोड़ दिया। मैं भी पूरा चाट गया उसे। फिर मैं उसकी तरफ गया।
सूरज: कैसा लगा?
रिद्धिमा: जन्नत.
सूरज : चल तू जा नीचे, और मेरी रंडी बन के लुंड चूस। और तैयार कर उसे, तेरी गांड फडेगा अभी सुबह-सुबह वो।
रिद्धिमा: ठीक है मेरे रंदवे।
और वो मेरी टांगो के बीच में आके मेरे लुंड को चुनने काटने लगी, और अपने हाथ से मेरी थाई को स्क्रैच भी कर रही थी। मेरा लुंड उसके गले तक जा रहा था, और मुझे लग रहा था मैं हवा में हूं, और स्वर्ग में हूं। मैं पड़े-पड़े मोआं कर रहा था।
फिर मैं बोला: आजा रंडी, तेरी गांड लेता हूं।
वो बोली: मुझे टॉयलेट आई है। पहले करके आती हूं।
मैं बोला: मुझे देखना है।
फिर मैं उसके साथ वॉशरूम में गया, और वो बैठक के बैठने लगी।
सूरज: थोड़ी सी बच्चा ले, और अपना बदला ले-ले।
रिद्धिमा: अरे हा, मैं तो भूल गई थी। गर्लफ्रेंड को घर ले जाकर चोदा
फिर मैं गया, और बोला: आजा मेरी रांड, मूट अपने राडवे के ऊपर।
वो मेरे पेट पे बैठ गई, और अपना गरम-गरम मूट मेरे पेट और लुंड पे छोड़ दिया। और हम किस करने लगे साथ ही साथ। क्या फीलिंग थी इस किंक की, मैं बता नहीं सकता। फिर हम उठे, अपने आप को साफ किया, और बेडरूम में आ गए।
वो खुशी-खुशी घोड़ी बन गई, और अपनी गांड खोल के खादी हो गई। मुझसे ज्यादा वो करने के लिए उत्साहित हैं। फिर मैंने उसकी गांड पे नारियल का तेल लगाया, और पहले 2 उन्गली डाली और अंदर-बहार की।
रिद्धिमा: असली चीज़ दाल ना कुत्ते।
बस फिर क्या था, मैंने अपना लुंड उसकी गांड में ठोक दिया। मैं रुका नहीं जब तक पूरा अंदर नहीं घुस गया। वो चिल्ला रही थी, और धीरे करने को बोल रही थी।
सूरज: पहले जब तेल लगा रहा था, तब तो बोली डाल दे। अब क्यों दर्द से चिल्ला रही है?
और मैंने उसके बाल पकड़ के पीछे खींचा, और उसकी पप्पी लेने लगा। फिर मैं घापा-घाप लुंड उसकी गांड के अंदर-बहार करने लगा। उसकी गांड पे तेल लगा था, और मेरी जांघें उससे टकरा रही थी तो थाप थाप थाप की आवाज पूरे रूम में गूंज रही थी।
फिर मैंने उसे जमीन पर उल्टा जलाया, और उसके ऊपर लेट के उसकी गांड छोड़ता रहा। अब हमारी पूरी बॉडी एक दूसरे से चिपकी हुई थी। मैं उसकी पीठ पे लेता था, और उसकी गांड में लुंड पेल रहा था। मैं उसके मुह को पीछे करके उसकी पप्पी भी ले रहा था।
हम ऐसे चुदाई करते-करते एक साथ ही कम करने लगे।
फिर मैंने उससे पूछा: मैं किधर निकला?
तो वो बोली: मेरी गांड में ही।
फिर मैं पूरी जान लगा के उसकी गांड मारने लगा, और पूरा गरम मुँह उसकी गांड में भर दिया। और हम जमीन पर पड़े रहे थके हारे। यह सेक्स की कहानी यहीं ख़तम करते हैं और अगली कहानियां पढ़ने के लिए wildfantasystories.com पर जाएं।