नमस्कार दोस्तों, रितु जी की आज की कहानी माहुल की ज़ुबानी है, धन्यवाद रितु जी, आपने मुझे अपनी कहानियाँ प्रस्तुत करने का अवसर दिया। हैलो दोस्तों ! यह मेरी कहानी है। मुझे उम्मीद है आप इसे पसंद करेंगे।
हेलो दोस्तो, मेरा नाम माहुल है। मैं 25 साल का इंजीनियर हूं। मेरी फैमिली में मेरा पापा और मेरी बड़ी बहन है, जिसका नाम प्रीति है। प्यार से हम उन्हें शहनाज दीदी बुलाते हैं। प्रीति थोड़ी गोल-मटोल सी है। वो काफी गोरी भी है। सीधा-सीधा बोले, तो बहुत बहुत सेक्सी है। तो चलिये अब कहानी पर चलते हैं। (Sister Sex Story)
ये बात है 2016 की। मेरा कॉलेज का सेकंड ईयर था। मैं बचपन से ही दीदी का दीवाना था। मैने उनके नाम की बहुत मुंह मारी है। उनकी लॉन्जरी सूंघ-सूंग के भी मैंने बहुत मुंह मारी हुई है
जब भी मौका मिलता था, मैं दीदी की क्लीवेज देखता था। मैं उनकी बगल देखता था जब भी वो स्लीवलेस पहनती थी। मुझे शक था कि दीदी को भी पता था मेरी थकी आदमियों के बारे में। लेकिन वो कुछ बोलता नहीं थी।
कभी-कभी तो मुझे इशारा भी देती थी। मैंने दीदी को कई बार नहाते हुए भी देखा था, और कपडे बदलते करते हुए भी देखा था। मुझे तो उनके पीरियड्स की डेट भी पता होती थी। मैं कामरे में मोबाइल का कैमरा करके जाता था (वीडियो मोड), जब भी दीदी आती थी कपड़े बदलते। इससे उनकी वीडियो रिकॉर्ड हो जाति थी। (Family Sex Stories)
लेकिन एक दिन मैं पकड़ा गया। दीदी बहुत गुस्से में बहार निकली रूम से, और गुस्से में देखती रही मुझे। लेकिन उन्हें मुझे कुछ बोला नहीं। मैं समझ गया था, कि मैं पकड़ा गया था। अगले 3-4 दिन तो हमारी बात ही नहीं हुई।
फिर एक दिन दीदी को बाजार जाना था, तो मैं स्कूटी पे ले गया उनको। लेकिन मैं जैसे ही ब्रेक लगता, तो उनके बूब्स मुझे टच होते और पूरा करंट फेल जाता था मेरी बॉडी में। मुझे बड़ा मजा आ रहा था, लेकिन फिर अचानक से दीदी बोली-
दीदी : सही से स्कूटी चला ले। क्यू बार-बार दबा रहा है…। तोड़ना।
और ये बोल कर वो हल्की सी स्माइल देने लगी। मेरे तो होश ही उड़ गए, मानो पागल सा हो गया था मैं। फिर हम घर आ गए। पापा की ड्यूटी उत्तराखंड में थी। वो बैंक में ब्रांच मैनेजर थे. (Sister Sex Story)
2015-2019 तक पापा को उत्तराखंड ही रहना था, तो वो साल में 2-3 बार ही आते थे। बाकी समय दीदी और मैं ही रहते हैं घर में।
तो हम घर वापस आए और मैंने दीदी को बोला-
मेन: दीदी सॉरी।
लेकिन दीदी कुछ न बोली। थोड़ी देर बाद दीदी कपड़े बदल कर आई और बोली-
दीदी: आज नहीं बनाया मेरी वीडियो?
मैंने बोला: दीदी सॉरी, गलती हो गई मुझसे।
दीदी: दिखा मुझे मेरी वीडियो।
फिर मैंने दीदी को एक वीडियो दिखाया। वीडियो देख कर दीदी बोली-
दीदी: वैसे किस-किस को दिखाया है ये वीडियो?
मैं: किसी को नहीं।
दीदी: फिर क्या फैसला, ऐसे ही देख ले मुझे नंगी।
दीदी की ये बात सुन कर मेरा दिमाग घूम गया। फिर मुख्य बोला-
मैं: सच में?
दीदी: शरम है कुछ? मैं तेरी दीदी हूं।
ये बोल कर दीदी चली गई। फिर बाद में हमने डिनर किया, और अपने-अपने कमरे में सोने चले गए। मैं तो फुल मठ मरने के लिए तैयार था। (Sister Sex Story)
तबी मुझे दीदी का एक व्हाट्सएप मैसेज आया।
दीदी: मुझे वीडियो भेज मेरी, वरना पापा को बता दूंगी।
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मैंने डर में आके एक वीडियो भेज दी। फिर अगले दिन, मैंने ब्रेकफास्ट करते टाइम दीदी से पूछा-
मैं: दीदी कल आप गंभीर थी, नंगी दिखने के लिए?
दीदी मुस्कान रही, और कुछ नहीं बोली। फिर मैंने पूछा-
मैं: फिर आपने अपनी न्यूड वीडियो का क्या किया?
दीदी: तू सच में कुछ करना चाहता है मेरे साथ?
मैं: नहीं बस देखना है, और टच करना चाहता हूं।
दीदी : शाम को तैयार रहना।
फिर मेन कॉलेज के लिए निकल लिया। मेरा मन नहीं लगा कॉलेज में एक भी मिनट। पूरे समय मुझे बस शहनाज दीदी का ख्याल आता रहा। फिर शाम को मैं घर गया। दीदी ने गेट खोला, और मुझे कस के गले लगा लिया। उनके बूब्स मुझसे टच हो रहे थे। (Sister Sex Story)
फिर मैंने बोला: चलो शुरू करते हैं।
दीदी : अरे रुको भाई। पहले मेरी कुछ बाते मान-नी पड़ेगी।
मैं: बताओ।
दीदी:
- मुझे दीदी नहीं बुलाएगा तू, शहनाज बुलाएगा।
- मैं जब चाहु तब तुझे रोक सकती हूं।
- मैं जो बोलूंगी वो करना पड़ेगा।
मैंने बोला: ठीक है, लेकिन भूल भुलैया जरूर कर देना।
दीदी: उसकी टेंशन मत ले लू। जन्नत की सैर करवाऊंगी तुझे। अब कुछ करेगा भी क्या देखता रहेगा?
मैं: क्या करूं?
दीदी: जो तेरा मन करे।
फिर मैं शहनाज के पास गया, और उसके बूब्स दबने लगा। वो भी सिसकियां लेने लगी थी, और शहनाज के निप्पल इरेक्ट हो गए थे। फिर मुख्य बोला-
मैं: शहनाज टॉप निकल।
दीदी काली ब्रा और सलवार में खादी थी। गोर बदन पे ब्लैक लॉन्जरी अलग ही नशा करती है। मैंने जैसे ही उसके ब्रा में हाथ डाला, तो मेरा तो मानो झड़ गया हो। ये देखते ही शहनाज परेशान पड़ी। मुझे आया गुस्सा, और मैंने ज़ोर से हाथ उसकी चुत पे मारा। (Sister Sex Story)
दीदी : ओह!
फिर मैंने दीदी की सलवार उतार दी। ब्लैक पेंटी पे हाथ रखा तो मुझे एहसास हुआ, की शहनाज़ कु पुसी पे बाल थे। फिर मैंने उसको बोला-
मैं: जा बाल साफ करके आ।
दीदी: यही कर देती हूं।
फिर दीदी बाथरूम से उस्तरा लायी, और मेरी तरफ पीठ करके पुसी के बाल साफ कर रही थी। मैंने उससे पूछा-
मैं: मैं मदद करू?
दीदी: रहने दे बीएसडीके, कट मार देगा तू।
जब तक सफाई चल रही थी, मुझे दीदी की गांड के दर्शन हो रहे थे। मैंने फोन पे तो बहुत बार उसकी गांड देखी थी, लेकिन रियल लाइफ में दीदी को इतना नंगा कभी नहीं देखा था।
खाली ब्लैक स्ट्रैप्स थी पीछे और बाकी पूरी नंगी। कांख दीदी साफ ही रखती थी। जब दीदी मुड़ी तो भाईसाहब क्या नजरे थे। काली ब्रा जो बड़ी-बड़ी छूचिया कवर किए हुए थी, और नीचे साफ गुलाबी फूली हुई चूत। (Sister Sex Story)
मैंने दीदी को लिप किस करना स्टार्ट कर दिया, और साथ ही साथ ब्रा खोलने की कोशिश करने लगा। लेकिन ब्रा नहीं खुली। फिर दीदी ने मेरी मदद की, और ब्रा उतार दी। अब मस्त 2 गोर-गोर बूब्स मुझे टच हो रहे थे, और मेरा डिक उनकी चुत को टच कर रहा था।
मैंने दीदी के दोनों हाथ ऊपर कर दिए। माय गॉड क्या खुशबू थी। फिर मैंने अंडरआर्म्स चटना शुरू कर दिया। दीदी अब चरम सुख लेने लगी थी, और ऊ आह की आवाज़ आ रही थी। (Sister Sex Story)
अब मैंने शहनाज को बेड पे लिटा दिया, और उल्टा करके और अपने सारे कपड़े उतार दिए। शहनाज ने पीछे मुड़के मेरा साफ खड़ा हुआ डिक देखा, और बोली-
दीदी: वाह रे छोटे, तू तो पूरा तैयार हो गया है। लेकिन आज सब कुछ मिलेगा नहीं।
मैं: अरे सब हो जाएगा।
फिर मैंने शहनाज को पूरा काटना शुरू कर दिया, जोड़ी से लेके नेक तक। मैंने उसकी पूरी पीठ चाट ली। अब शहनाज को सीधा किया, और आगे से पूरा शरीर चाटा, खासतौर पर अंडरआर्म्स, बूब्स और पुसी के तो भूलभुलैया के लिए मैंने। फिर मैंने उससे पूछा-(Sister Sex Story)
मैं: शहनाज डाल दूं?
दीदी: नहीं, कंडोम भी नहीं है तेरे पास। बिल्कुल रिस्क नहीं लेना मुझे।
फिर मैंने शहनाज़ की ज़ोर से थप्पड़ मारा बूब्स पे। इसे वो खुश हो गई। फिर क्या था, मैंने 20-30 थप्पड़ मारे साले के। मैंने 5-6 थप्पड़ चेहरे पर भी मारे। फिर दीदी बोली-
दीदी: आ तुझे कुछ दिखती हूं।
फिर दीदी बैठी, और मास्टरबेट करने लगी और ऊह आह की आवाजें निकलीं। थोड़ी देर बाद दीदी का पानी निकल गया। ये सब देख के मेरा स्पर्म निकल गया, जिसको दीदी ने बड़े प्यार से अपने फेस और बॉडी पे गिरवाया।
अब दीदी उठी और बोली: आज का शो यही खत्म होता है। अगली बार इसके आगे करेंगे।
ये बोलते ही दीदी बाथरूम में चली गई। उसके पीछे-पीछे मैं भी चला गया। मैंने उसको बोला-
मैं: आज दूर मत ताला करो।
दीदी : ठीक है।
अब दीदी शावर के नीचे मस्त नहीं रही थी, और मैं उनको तादे जा रहा था। फिर दीदी ने मुझे इशारा किया अंदर आने का। मैं अंदर गया, और दीदी स्टूल पर बैठी और मुझे ब्लोजोब देने लगी।
बेस्ट फीलिंग थी मुझे, मतलब मजा आ गया। फिर मैं झड़ गया 5-6 मिनट में। अब हम दोनो बहार निकले और एक साथ सोने चले गए। दीदी फुल न्यूड होके तो गई, और मैं उनकी छूट चाट रहा था, और वो सो चुकी थी। फिर कुछ डर बाद में भी तो गया था।
तो दोस्तों ये पहला भाग है। आगे बहुत कुछ होना है शहनाज के साथ। कहानी कैसी लगी बताना जरूर। धन्यवाद।
आपको यह कहानी कैसी लगी??