आज की कहानी का शीर्षक है : भाभी की प्यासी चूत
नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम आशु है. मैं 26 साल का हैंडसम और स्मार्ट लड़का हूँ, कोई भी औरत मेरी तरफ एक बार जरूर देखती है। मैंने कई महिलाओं के साथ सेक्स किया है, मेरी लम्बाई 5 फुट 11 इंच है और मेरा लिंग 6.5 इंच लम्बा है।
मैं दिल्ली में रहता हूं और दिल्ली की एक Escorts in Delhi नाम की कंपनी में ब्रोकर की जॉब करता हूं
मेरी आदत है कि मैं किसी भी औरत की खूबसूरती का आकलन उसके स्तनों के आधार पर करता हूं, अगर किसी महिला के स्तन बड़े और गोल हैं तो वह मुझे बहुत सेक्सी लगती है और मैं उसे चोदने की कोशिश करता हूं। एक दिन ऐसा हुआ, मुझे किसी खास काम से मुंबई जाना पड़ा।
अब मेरा काम जल्दी ख़त्म हो गया था तो मैंने अपने एक दोस्त से मिलने की सोची जो पुणे में रहता है। फिर मैं रात के 8 बजे पुणे में अपने दोस्त के घर पहुंच गया. फिर मैंने दरवाजे की घंटी बजाई तो एक खूबसूरत औरत ने दरवाजा खोला और मुस्कुराते हुए मुझसे अंदर आने को कहा. वह एक लम्बी खूबसूरत महिला थी,
उसने हल्के गुलाबी रंग की नाइटी पहनी हुई थी और ब्रा नहीं पहनी थी. उसके निपल्स मुझे साफ़ दिख रहे थे, मेरी भाभी निशी की लम्बाई 5 फुट 3 इंच है, उनकी उम्र 25 साल है और फिगर 36D-32-36 है, वो बहुत गोरी और हॉट है, भाभी की भारी बाहरी गांड और स्तन.
अब मेरी दिल की धड़कन बढ़ने लगी और मेरा लंड खड़ा होने लगा. अब मैं बार-बार एक हाथ से अपने लंड को एडजस्ट करने लगा. अब वो मेरी तरफ देखकर मुस्कुराने लगी. अब मैं उसके बड़े-बड़े मम्मे देखकर पागल होने लगा था।
मैंने पूछा कि सुनील ऑफिस से कब आएँगे? तो तब उसने कहा कि वो तो 1 महीने से विदेश गये है. फिर चाय पीने के बाद मैंने सोनिया भाभी से चलने को कहा तो तब वो बोली कि रात में आप कहाँ जाएँगे? तो तब मैंने कहा कि होटल में रुक जाऊंगा. तो तब सोनिया बोली कि यहाँ आपको कोई प्रोब्लम नहीं होगी, फिर में भी तो अकेली हूँ.
अब में तो रात में सोनिया के साथ सोना चाहता था. अब में चुप हो गया था और अपने कपड़े बदलकर कमरे में आराम करने चला गया. अब मुझे सोनिया भाभी के बूब्स नजर आ रहे थे. अब में उसे चोदने का प्लान बनाने लगा था. फिर मुझे पता नहीं कब नींद आ गयी? फिर जब रात में में उठा तो मैंने देखा कि मेरी लुंगी खुली थी.
अब में पूरी तरह से नंगा था और मेरे कमरे की लाईट जल रही थी. फिर थोड़ी देर के बाद में फिर से सो गया. फिर मुझे कुछ देर के बाद लगा कि कोई मेरे पास लेटा है और मेरे लंड को सहला रहा है. तो तब में जाग गया और देखा तो सोनिया मेरे पास बैठी थी और मेरे लंड को पकड़ लिया और मुस्कुराकर बोली कि आपका लंड बड़ा मोटा और बड़ा है,
जब लाइट यूनिवर्सल आई तो मैंने देखा कि तुम्हारा बड़ा लंड खड़ा होकर मुझे बुला रहा है. फिर मैंने कहा कि निशि तुम्हारे दूध का पेस्ट भी बहुत बड़ा है, क्या तुम मुझे अपना दूध पिलाओगी?
फिर निशि भाभी ने कहा कि क्यों नहीं? ये आपके लिए ही है. फिर सबसे पहले उनके करीबी दोस्तों ने गे का साथ छोड़ा और फिर धीरे-धीरे उन्होंने उनके ब्लॉग पर आना शुरू कर दिया और धीरे-धीरे इससे किनारा कर लिया।
अब मुझे लगा कि वो भी मूड में आ रही है. फिर मैंने ज़ीरो से अपना एक हाथ उसकी नाइटी में डलवाया। फिर जब मेरा हाथ उसकी मुलायम सैटिन पर लगा तो वो कराह उठी और आआहह करने लगी. अब इस दौरान मेरी नज़र तेज़ होती जा रही थी.
उसके नितंबों को अपने पिछले हिस्से से दबाने लगा। अब मेरे ऐसा करने से वो थोड़ा हिलने लगी और मैंने अपना हाथ हटा लिया. अब में उसकी लम्बाई का बहुत तेज़ी से दीवाना हो गया था और वो आह, आह, आह, करने लगी थी.
लेकिन कुछ देर बाद मैं खुद हैरान हो गया, क्योंकि अब निशी का हाथ मेरे लिंग पर था और देखते ही देखते उसने अपने लिंग से उसे मसलना शुरू कर दिया.
अब मुझे यकीन नहीं हो रहा था. अब उसके ऐसा करने से मुझे भी जोश आ गया. फिर मैंने पहले ही अपना लंड उसके हाथ में दे दिया और कहा कि यह लो और मेरे लंड की मालिश करो.
फिर तो उसने सच में चोदना शुरू कर दिया. अब मुझसे अपने आप में नहीं रहा जा रहा था. फिर हम दोनों ने एक दूसरे के जूते उतार दिये. अब मुझे भाभी को नंगी देखकर बहुत ख़ुशी हुई और उनकी चूत का मुआयना करने के बाद पता चला कि भाभी ने सुबह ही अपनी चूत साफ की थी.
मैंने अपना एक हाथ उसके कट पर फिराया और एक धागा मेरे हाथ में डाल दिया. फिर मैंने भाभी से पूछा कि क्या आपको कामुकता महसूस हो रही है? फिर वो बोली कि बहुत अच्छा, प्लीज़ आज मेरी प्यारी सहेली को चोदो. फिर मैंने भाभी को अपने दोनों हाथों से उठाया और बिस्तर पर सुला दिया और उसे अपने मुँह में ले लिया और बहुत प्यार से उसकी मालिश करने लगा और फिर मैंने उसके दोनों हाथों को अपने दोनों हाथों से उठाया और बहुत प्यार से उसकी मालिश करने लगा और फिर उसे लिटा दिया। मेरे मुँह में होंठ. इसने बहुत चूसा.
अब भाभी बहुत कामुक हो गयी थी और बोली आशु अब मेरी चूत चाटो. फिर मैंने भाभी के दोनों पैरों को फैलाया और बीच में अपना मुँह लगा कर उनकी चूत के कुरकुरे होठों को लगाया और फिर उनका सारा रस अपनी जीभ से लगाया और अपनी पूरी जीभ से उनकी चूत में डाल दिया और दाने को दबा दिया. अपनी दोनों उंगलियों से उसकी चूत का. मैंने इसे अंदर डाल दिया और इसके साथ खेलना शुरू कर दिया। अब भाभी सातवें आसमान पर थी और बोली कि आशु, चोदना शास्त्र बहुत अच्छा निकला है।
मैंने 10 मिनट तक भाभी की चूत चाटी और मुँह में लेकर उसकी भगनासा को खूब चोदा. फिर भाभी एक बार स्टार बन गईं. अब वो मेरा सिर ज़ोर-ज़ोर से अपनी चूत पर पटक रही थी और मैं उसकी चूत चाट रहा था।
फिर उनका स्क्रीनशॉट 1 मिनट तक चला. फिर भाभी ने मेरा लिंग अपने मुँह में ले लिया और प्यार से खेलने लगीं और अपना हाथ मेरे लिंग पर चारों ओर घुमाने लगीं और मेरा आधा लिंग (4 इंच) अपने मुँह में ले लिया।
फिर उसने मेरे पूरे लंड को अपनी जीभ से चाटा और बोली कि अब मुझे चोदो, में बहुत थक गयी हूँ. फिर मैंने भाभी की गांड के नीचे एक तकिया लगाया और उनके दोनों पैरों को फैला दिया.
फिर मैंने अपने लंड पर बहुत सारा तेल लगाया और फिर जब मैंने अपना लंड नीचे किया तो भाभी ने अपने एक हाथ से मेरे लंड को छेदकर अपनी चूत के छेद पर रख दिया. फिर मैंने धीरे से अपना लंड चूत में डाला.
तभी मेरा लिंग उनकी क्लिप में घुस गया और भाभी की योनि बड़ी हो गयी. फिर मैंने पूछा कि क्या आपको कोई परेशानी हो रही है? तो भाभी ने कहा कि नहीं, ऐसा लग रहा था जैसे यह कोई क्लिप पिक्चर हो. फिर मैंने थोड़ा और जोर लगाया और अपना आधा लंड उसकी चूत में डाल दिया.
अब मैं भाभी के होंठों को चूमने लगा और फिर धीरे-धीरे अपने लंड को अन्दर-बाहर करके चोदने लगा और चार और धक्के देकर अपना पूरा 7 इंच का लंड उनकी चूत में डाल दिया। फिर भाभी ने मेरे कूल्हों को पकड़कर मेरे लंड को अपनी चूत में डालना जारी रखा और कहा कि रुको, थोड़ी देर इसे ऐसे ही अपनी चूत में रखो, मुझे बहुत मज़ा आ रहा है. फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया और उसके मम्मे मसलने लगा.
फिर 2 मिनट के बाद भाभी बोली कि बस मुझे जी भर कर चोदो और फिर मैंने अपना आधे से ज्यादा लंड अन्दर-बाहर करके उनको चोदना शुरू कर दिया और पूरे 10 मिनट तक उनको चोदा। अब भाभी दूसरी बार झड़ने लगी. अब वो मुझे कस कर पकड़ते हुए झड़ने लगी और मैं धीरे-धीरे उसे चोदता रहा।
भाभी का ओर्गास्म 2 मिनट तक चलता रहा. फिर उसने अपने दोनों हाथ बिस्तर पर फैलाये और बोली कि आ जाओ मेरे भगवान, आशु, तुम भी अजीब चोदू हो, तुम्हारे ने मुझे इस तरह कभी नहीं चोदा। फिर मैंने कहा कि भाभी चुदाई अभी ख़त्म नहीं हुई है, यह तभी ख़त्म होगी जब में झड़ जाऊंगा, तब भाभी ने कहा कि हाँ मुझे पता है, बस जी भरकर चोदो अपनी भाभी को, बहुत मज़ा आता है.
फिर मैंने अपना लंड पूरा बाहर निकाला और अपने लंड पर बहुत सारा तेल लगाया और फिर से उसकी चूत में डाल दिया. अब मैंने लंबे लंबे धक्के लगाने शुरू कर दिए और भाभी भी बहुत गर्म हो गई और कहने लगी फाड़ दो मेरी चूत, डाल दो अपना पूरा लंड मेरी चूत के अंदर.
अब मुझे पसीना आने लगा तो भाभी ने अपना लहंगा उठाया और मेरा माथा पोंछ दिया और मुझे चूमने लगीं. फिर मैंने उसे 10 मिनट तक जमकर चोदा और उसके बाद बोला- आह भाभी, मैं आ रहा हूं.
भाभी बोली हाँ आओ मेरे अंदर और फिर मैंने अपने लंड की पिचकारियाँ उनकी चूत में छोड़ना शुरू कर दिया और गरम गरम पिचकारियाँ मारी. अब भाभी बेहोश हो गयी थी.
अब वो भी मेरे साथ कराहने लगी और उसका पूरा शरीर कांपने लगा. फिर हम दोनों 2 मिनट तक झड़ते रहे और फिर आख़िरकार मैं भाभी के ऊपर लेट गया. फिर 2 मिनट के बाद मेरा लंड नरम होने लगा और मैंने उठकर अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाल लिया.
अब मेरा पूरा लंड हम दोनों के रस से भरा हुआ चमक रहा था. फिर हम दोनों बाथरूम में गए और जब भाभी टॉयलेट करने के लिए बैठी तो मेरा वीर्य उनकी चूत से बाहर आने लगा. फिर भाभी बोली- आशु , अपना पानी तो देखो, आधा कप दूध जैसा निकल रहा है और तुम्हारा दोस्त तो एक चम्मच ही लेता है.
मैंने अपने लंड को साबुन से धोया और फिर हम दोनों ने अपने कपड़े पहन लिए. फिर मैंने भाभी को अपनी बाहों में लिया और खूब चूमा और सोनिया ने भी मुझे प्यार से चूमा और कहा कि मुझे चोदने के लिए धन्यवाद. अब मैं तुम्हारे पास अच्छे से चुदाई करूंगी और फिर हम दोनों एक ही बिस्तर पर नंगे सो जायेंगे.