भाभी बनी मेरे लंड की दीवानी भाग-1 Shadishuda bhabhi chudai

भाभी बनी मेरे लंड की दीवानी भाग-1 Shadishuda bhabhi chudai

हेलो दोस्तों मैं आभा सिंह, आज मैं एक नई सेक्स स्टोरी लेकर आ गई हूं जिसका नाम है “भाभी बनी मेरे लंड की दीवानी भाग-1 Shadishuda bhabhi chudai” यह कहानी शुभम  की है आगे की कहानी वह आपको खुद बताएँगे मुझे यकीन है कि आप सभी को यह पसंद आएगी।

मेरी देसी भाभी सेक्स स्टोरी में एक भाभी और मेरे बीच सेक्स की रसीली घटना का जिक्र किया गया है।

वो भाभी 29 साल की थी। मैं आपको भाभी के बारे में बाद में बताऊंगा, पहले मैं आपको अपने बारे में बता देता हूँ।

मैं उस समय कॉलेज के दूसरे साल में था। Shadishuda bhabhi xxx

उस समय मेरी उम्र 22 साल थी। मेरी हाइट 5 फीट 8 इंच है और मेरा लंड 8 इंच का है।

कॉलेज में मेरा पहला साल ऐसे ही निकल गया।

मुझे लगता था कि मैं किसी लड़की से रिश्ता बना सकता हूँ, लेकिन मैं नहीं बना।

फिर जब मैं दूसरे साल में आया तो मेरे घर से बस दो-तीन घर दूर एक भाभी रहने आई।

जब मैंने उसे शुरू में देखा तो देखता ही रह गया। सच में भाभी बहुत ही गजब की थी। Shadishuda bhabhi xxx

मेरे घर के सामने मेरे मामा का घर है। मैं अपनी नानी के घर में रहता हूँ। चूँकि मेरे पिताजी का बचपन में ही देहांत हो गया था, जिसके कारण मैं और मम्मी मेरे मामा के घर रहने आ गए।

एक दिन मैं अपने मामा की छत पर टहल रहा था, तभी मैंने देखा कि भाभी छत पर कपड़े सुखाने आई थीं।

मैं भाभी को देखने लगा और जब मेरी नज़र उनसे मिलने लगी, तो मैंने उनसे फ़्लर्ट करना शुरू कर दिया।

भाभी ने यह देखा और उन्हें अनदेखा कर दिया।

इसी बीच किशोर छत पर आ गया। Shadishuda bhabhi xxx

किशोर मेरा दोस्त था और मेरे मामा के यहाँ किराएदार था।

उसने मुझे भाभी के बारे में बताना शुरू किया।

भाभी का नाम छवि था। किशोर ने मुझे यह भी बताया कि भाभी अपने पति को छोड़कर किसी और के साथ रह रही है।

सबसे बड़ी बात यह थी कि दूसरा आदमी भी उसे छोड़कर कहीं और पैसे कमाने चला गया था।

इस समय भाभी के पास लंड की कमी थी।

किशोर से मुझे इतनी जानकारी इसलिए मिल पाई क्योंकि पहले वह अपने मम्मी, पापा और मामा के साथ किसी दूसरे घर में किराए पर रहता था और यह भाभी भी वहीं किराए पर रहती थी। Shadishuda bhabhi xxx

किशोर मुझे बहुत जोश में आकर जानकारी देने लगा था, इसलिए मैंने उसके सामने चुप रहने का फैसला किया और उससे कहा कि वह आगे कुछ न बताए।

मैंने किशोर से कहा कि रहने दो, तुम मुझे यह सब क्यों बता रहे हो?

मैंने किशोर के सामने अपनी बात टाल दी और वह भी चुप हो गया और चला गया।

अब मेरे दिमाग में छवि भाभी का ख्याल आने लगा था। उनका अकेले रहना मुझे आसान रास्ता लग रहा था।

मैंने भाभी की हरकतों पर ध्यान देना शुरू किया। मैंने देखा कि छवि भाभी सुबह-सुबह किसी कंपनी में काम के लिए जाती थीं।

मैं उन्हें जाते हुए देखता रहता था। कभी-कभी भाभी की नज़र मुझसे मिल जाती और वह मुझे अनदेखा करके चली जातीं। Shadishuda bhabhi xxx

मेरे पड़ोस में एक लड़का किराए पर रहता था, उसका नाम बब्लू था, यानी उसे प्यार से बब्लू बुलाया जाता था। उसका असली नाम आशु था। बब्लू रीवा का रहने वाला था।

छवि भाभी का घर उसके घर के दरवाजे से साफ दिखाई देता था।

जब मैं बब्लू के घर गया तो वो वाइल्ड फैंटेसी स्टोरीज साइट अन्तर्वासना पर कहानियाँ पढ़ रहा था।

मैं वहीं बैठ गया और छवि भाभी को घूरने लगा। Shadishuda bhabhi xxx

ये मेरी रोज़ की दिनचर्या बन गई।

अब छवि भाभी ने भी नोटिस किया कि मैं उन्हें देखता रहता था क्योंकि मैं रोज़ वहीं बैठा रहता था।

कुछ दिनों बाद भूसे में आग लग गई और अब भाभी भी धीरे धीरे मेरी तरफ देखने लगी।

अब जब वो सुबह कंपनी जाती तो मुझे देखकर मुस्कुरा कर चली जाती।

मैं समझ गया कि मेरी योजना जल्द ही सुलझ जाएगी। Shadishuda bhabhi xxx

ये कुछ दिनों तक चलता रहा।

अब नवरात्रि आ गई, हमारे मोहल्ले में नवरात्रि बहुत धूमधाम से मनाई जाती है। इस वजह से कुछ कार्यक्रम भी होते हैं।

भाभी भी वहाँ आती, मेरी नज़रें बस उन्हीं पर टिकी रहती।

जब मैं उन्हें नशीली आँखों से देखता तो भाभी भी मेरी तरफ देखकर हँसती।

इसी तरह नवरात्रि में डांडिया वगैरह हुआ और उस दौरान मैंने भाभी को एक-दो बार छुआ भी। Shadishuda bhabhi xxx

इससे भाभी का मेरे प्रति आकर्षण और भी बढ़ गया।

एक दिन सुबह-सुबह मैं जाकर छवि भाभी के सामने खड़ा हो गया।

जब भाभी आईं तो मैंने उनकी तरफ देखकर मुस्कुराया।

मुझे देखकर भाभी बोली- तुम यहाँ क्या कर रहे हो?

मैंने कहा- मैं तो बस तुम्हारे आने का इंतज़ार कर रहा था भाभी। Shadishuda bhabhi xxx

भाभी- क्यों? 

मैंने हिम्मत करके कहा कि मुझे तुम्हारा मोबाइल नंबर चाहिए।

वो मुस्कुराई और बोली- अभी नहीं, शाम को दे दूँगी।

मैंने कहा- ठीक है भाभी, मैं इंतज़ार करूँगा।

वो नखरे से मुस्कुराई और अपनी गांड मटकाते हुए आगे बढ़ गई।

मैं उनकी मटकती हुई सेक्सी गांड को तब तक देखता रहा जब तक भाभी मेरी नज़रों से ओझल नहीं हो गईं।

फिर मैं वहाँ से वापस आ गया। Shadishuda bhabhi xxx

मुझे नवरात्रि पंडाल वगैरह से कुछ बचा हुआ सामान लौटाना था, तो मैं उसे लौटाने चला गया।

जब मैं लौटा, तब तक भाभी घर लौट चुकी थीं और मुझे उनका फ़ोन नंबर नहीं मिल पाया था।

फिर भी, जब मैं बब्लू के घर के पास गया, तो मैंने भाभी को देखा। जब मैंने उनकी आँखों में देखा, तो उन्होंने मुस्कुरा कर सिर हिलाया और इशारा किया कि वह कुछ देर बाद मुझे नंबर दे देंगी।

मैं बब्लू के घर से अपने घर चला गया और भाभी के नंबर का इंतज़ार करने लगा। Shadishuda bhabhi xxx

अब शाम हो चुकी थी, मैं इंतज़ार कर रहा था कि भाभी मुझे अपना मोबाइल नंबर देंगी।

थोड़ी देर बाद मैं गाना गुनगुनाते हुए उनके घर से बाहर आया, और भाभी ने मुझे अपने करीब महसूस किया।

थोड़ी देर बाद, रात के करीब 7:00 बजे, भाभी काले सूट में गली से निकलीं, कुछ फेंका और मेरी तरफ़ देखकर मुस्कुराती हुई चली गईं।

मैं समझ गया कि मेरा काम हो गया। Shadishuda bhabhi xxx

जैसे ही वो चली गई, मैंने इधर-उधर देखा और उसी जगह गया जहाँ भाभी ने कुछ फेंका था।

मैंने देखा कि वो एक पेन की टोपी थी। मैंने उसे उठाया और देखा कि उसके अंदर एक कागज़ था।

मैंने वो कागज़ निकाला और खोला तो देखा कि कागज़ पर मोबाइल नंबर लिखा हुआ था।

मैंने जल्दी से वो नंबर डायल किया, और दूसरी तरफ़ से आवाज़ आई।

हेलो कौन!’ Shadishuda bhabhi xxx

मैंने कहा- मैं शुभम बोल रहा हूँ।

भाभी बोली- हम्म… अब बताओ कि तुम्हें मेरा नंबर क्यों चाहिए था?

मैंने कहा- बस ऐसे ही, मैं तुमसे दोस्ती करना चाहता हूँ।

भाभी बोली- दोस्ती करके क्या करोगे?

मैंने कहा- मुझे तुम अच्छी लगती हो भाभी और मैं तुम्हें अपने दिल की बात बताना चाहता था। इसलिए मैं तुम्हारा नंबर लेना चाहता था। Shadishuda bhabhi xxx

वो बोली- तुम क्या कहना चाहते हो और मुझमें ऐसी क्या खास बात है?

पहले तो मुझे समझ नहीं आया कि क्या बोलूँ। लेकिन फिर मैंने कहा कि तुममें सब कुछ बढ़िया है भाभी।

भाभी ने मुझे ऊंची आवाज में चिढ़ाते हुए कहा- हम्म… तो तुम्हें मेरी हर बात मस्त लगती है… मैं इससे क्या समझूं कि तुम्हें क्या मस्त लगता है?

मैंने झिझकते हुए कहा- जब तुम चश्मा पहनती हो, तो बहुत खूबसूरत लगती हो।

छवि भाभी हंसने लगीं। Shadishuda bhabhi xxx

मैंने कहा- इसमें हंसने वाली क्या बात है?

छवि भाभी बोली- तुम मुझे क्यों घूरते हो?

मैंने कहा- भाभी, जब तुम इतनी खूबसूरत हो… तो मुझे तुम्हें घूरना ही पड़ता है!

भाभी फिर हंसने लगीं और बोलीं- मेरा नाम छवि है, तुम मुझे छवि कह सकती हो।

मैंने कहा- ठीक है…छवि, मैं तुम्हें एक बात बताऊं। मैं तुमसे प्यार करने लगा हूं।

छवि भाभी ने फिर अपना सुर बदला और बोली- तुम्हें यह कहते हुए शर्म नहीं आती। मैं शादीशुदा औरत हूं और तुम मेरे बारे में ऐसा सोचते हो! Shadishuda bhabhi xxx

मैंने कहा- प्यार में यह सब नहीं देखा जाता, मेरी जान!

भाभी ‘मेरी जान…’ शब्द सुनकर हंसने लगीं।

मैं समझ गया कि अगर लड़की हंसेगी तो फंस जाएगी।

कुछ देर बात करने के बाद फोन कट गया और मैं घर आ गया। Shadishuda bhabhi xxx

ऐसे ही दो-तीन दिन बीत गए। अब मैं छवि भाभी से रोज बात करने लगा।

एक दिन छवि भाभी ने मुझसे ‘आई लव यू…’ कहा।

मैंने भी कहा ‘आई लव यू टू…’।

फिर वो मुझसे बोली- अब बताओ क्या प्लान है? मैंने भाभी से कहा- मैं तुमसे मिलना चाहता हूँ। Shadishuda bhabhi xxx

छवि बोली- तुम मुझसे क्यों मिलना चाहती हो?

मैंने कहा- मैं तुमसे प्यार करता हूँ, इसीलिए मैं तुम्हें करीब से महसूस करना चाहता हूँ।

छवि भाभी हँसी और बोली- हम्म… मिलने की इतनी जल्दी क्या है?

मैंने कहा- साफ-साफ कह दूँ?

भाभी ने भी मोहक स्वर में कहा- हाँ, कह दो। Shadishuda bhabhi xxx

मैंने साफ-साफ कहा- मैं तुम्हें चोदना चाहता हूँ।

छवि भाभी कहने लगी- छीः गंदी बातें मत करो।

मैंने कहा- क्यों नहीं… तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो।

छवि भाभी ने एक पल सोचा और फिर बोली कि ठीक है बाबा, ठीक है… मैं फ्री होने पर तुम्हें कॉल करूँगी।

मैं समझ गया कि भाभी को खुद भी लंड की जरूरत है, इसलिए वो इतनी जल्दी मान गई। Shadishuda bhabhi xxx

दो दिन ऐसे ही बीत गए।

तीसरे दिन छवि भाभी ने कॉल करके मुझे बताया कि वो आज रात मुझसे मिलेंगी।

मैंने कहा- कहाँ?
छवि बोली- मेरे घर पर ही। Shadishuda bhabhi xxx

यह सुनकर मैं खुश हो गया कि मुझे छवि भाभी की चूत उनके ही घर में चोदने का मौका मिला।

मैं खुशी से उछल पड़ा और उसी समय मेरा 8 इंच का लंड खड़ा हो गया।

मैं अपने लंड को हाथ से दबाता रहा और उसे दिलासा देता रहा कि मान जा कमीनी, आज रात मैं तुझे तेरी रानी के दर्शन करवा दूँगा।

अब शाम हो चुकी थी, मैं खाना खाने के बाद बाहर घूमने चला गया।

मैंने छवि भाभी को कॉल किया, वो बोली- रात को 10:00 बजे आना। Shadishuda bhabhi xxx

मैंने कहा ठीक है और घर आ गया और मोबाइल चलाता रहा।

जब रात के 10:00 बजे तो मैंने देखा कि मम्मी और भाई सो गए हैं।

मैं धीरे से उठा और कमरे का दरवाज़ा खोलकर सबसे पहले छत पर गया और छवि भाभी को आवाज़ लगाई।

उधर से आवाज़ आई- हाँ आ जाओ. Shadishuda bhabhi xxx

फिर मैं धीरे से घर से बाहर निकल गया, इधर-उधर देखता हुआ.

जब मैं भाभी के घर के दरवाजे पर गया तो उनका दरवाजा खुला था. मैं धीरे से अंदर घुसा और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया.

अंदर अंधेरा था, इसलिए मैं कुछ देख नहीं पाया. मैं आगे बढ़ा और बिस्तर से टकरा गया.

तभी छवि भाभी ने लाइट जला दी.

जब लाइट जली तो मैंने बिस्तर की तरफ देखा. Shadishuda bhabhi xxx

मेरे सामने बिस्तर शादी की रात की तरह सजा हुआ था और छवि भाभी दुल्हन की तरह सजी-धजी बैठी थीं.

उन्होंने लाल रंग की साड़ी पहनी हुई थी और पूरा मेकअप और घूंघट ओढ़े बैठी थीं.

जब मैंने भाभी को देखा तो बस उन्हें देखता ही रह गया.

मेरे सामने चुदने के लिए तैयार दुल्हन को देखकर मेरी हवस जाग उठी और मेरा लंड खड़ा हो गया.

छवि भाभी ने मेरे फड़कते हुए लंड को देखा और वो मुस्कुराते हुए बोली- आओ मेरी जान… मेरे करीब आओ.

मैं धीरे से जाकर छवि भाभी के पास बैठ गया। Shadishuda bhabhi xxx

ऐसा लग रहा था जैसे आज मुझे जैकपॉट मिल गया हो।

मैं समझ गया कि भाभी खुद प्यासी हैं और आज वो नई दुल्हन बनकर मेरे लंड से चुदने के लिए शादी के सेज पर बैठी हैं।

मेरा 8 इंच का लंड एकदम सख्त हो गया था और मेरी पैंट फाड़कर बाहर आने को बेताब था।

मैं बेड पर बैठ गया और धीरे से छवि भाभी का घूंघट उठाया और मैं उन्हें देखता रहा।

ऐसा लगा जैसे मैं स्वर्ग से किसी अप्सरा की गोद में पहुंच गया हूं। Shadishuda bhabhi xxx

उसी पल हम दोनों ने प्यासी निगाहों से एक दूसरे को देखा और मैंने छवि भाभी को गले लगा लिया।

छवि भाभी ने अपनी बाहें फैलाकर मुझे कस कर गले लगा लिया।

यह भी पढ़ें – टेलर का लंड लेकर अपनी चूत में डाल दिया

मैंने उन्हें झुकाकर लिटा दिया और उनके होंठों को चूमने लगा।

आज तक किसी औरत या लड़की के साथ मेरा यह पहला किस था।

मैंने अपने होंठ भाभी के होंठों से मिला दिए। Shadishuda bhabhi xxx

मेरा 8 इंच का लंड मेरी पैंट में तम्बू की तरह खड़ा था, जिसे छवि भाभी ने अपने हाथों से हल्के से दबाया।

जब मेरा लंड भाभी के हाथ में लगा तो मैंने ‘आआह…हाहा…’ कहा।

भाभी ने सिसकारी भरी- तुमने इसे बहुत सख्त बना रखा है।

मैंने कहा- हां मेरी जान, आज से ये सिर्फ़ तुम्हारी सेवा के लिए है। मुझे इसे बाहर निकालने दो।

भाभी ने मेरा लंड छोड़ दिया।Shadishuda bhabhi xxx

फिर जैसे ही मैंने अपना लंड बाहर निकाला, छवि भाभी मेरा लंड देखकर कहने लगीं- इतना बड़ा हथियार… आह मेरी जान, आज तो मज़ा आ जाएगा।

हिंदी सेक्स स्टोरी साइट पर कहानी के अगले भाग में मैं बताऊंगा कि कैसे मैंने छवि की चूत चोदकर उसका भर्ता बना दिया।

अगर आप ऐसी और Bhabhi Sex Stories पढ़ना चाहते हैं तो आप हमारी वेबसाइट पर पढ़ सकते हैं।

This will close in 0 seconds