हेलो दोस्तों मैं आभा सिंह, आज मैं एक नई सेक्स स्टोरी लेकर आ गई हूं जिसका नाम है “हॉट नर्स की चूत चाट कर ही अपना काम चलाया-chut chatne ke maje” यह कहानी सूरज की है आगे की कहानी वह आपको खुद बताएँगे मुझे यकीन है कि आप सभी को यह पसंद आएगी।
नमस्ते दोस्तों, मेरा नाम सूरज है और मैं बोरीवली में रहता हूँ।
मेरी उम्र 24 साल है।
यह सेक्स स्टोरी एक सच्ची घटना पर आधारित है। chut chatne ke maje
यह कहानी 2018 की है।
उस समय मैंने अपनी 12वीं की परीक्षा दी थी।
डॉक्टर बनने का सपना बचपन से ही मेरा था।
इसलिए 12वीं की परीक्षा देने के बाद मैंने किसी अस्पताल में काम करने के बारे में सोचा। chut chatne ke maje
मेरा परिवार भी खुश था कि मेरा बेटा आगे बढ़ने के बारे में सोच रहा है।
मेरा एक दोस्त था जो घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण पहले से ही एक क्लिनिक में काम कर रहा था।
इसलिए मैंने उससे बात करने के बारे में सोचा। वह मुझे किसी अस्पताल में नौकरी दिलवा देगा।
मैं उससे मिलने उसके अस्पताल गया।
जब मैं वहाँ पहुँचा तो कोई डॉक्टर नहीं आया था। chut chatne ke maje
उसने मुझे बताया कि सभी डॉक्टर 10 बजे तक आ जाते हैं।
10 बजे के बाद एक डॉक्टर आया और मेरे दोस्त ने डॉक्टर से कहा कि सूरज को काम की ज़रूरत है।
तो डॉक्टर ने मुझे एक अस्पताल का पता दिया और कहा- अभी जाकर उनसे बात करो।
वो अस्पताल मेरे घर से 1.5 किलोमीटर दूर था, तो मैं तुरंत उस अस्पताल में पहुँच गया।
वहाँ एक मोटा आदमी बैठा था। chut chatne ke maje
मैंने उसे सारी बात बताई कि डॉक्टर ने मुझे यहाँ काम करने के लिए भेजा है।
पर मुझे कुछ नहीं पता था।
पर उसे भी एक कर्मचारी की जरूरत थी और मुझे भी काम की!
तो उसने मुझसे कहा कि वो मुझे 7 हजार तनख्वाह देगा, अगर तुम काम सीख लोगे तो मैं उसे और बढ़ा दूँगा। और कल से 8 बजे काम पर आ जाना।
दोस्तों, हमारे घर में सब लोग सुबह जल्दी उठ जाते हैं, तो मैं भी 7 बजे उठा और सारा काम करके अस्पताल के लिए निकल पड़ा। chut chatne ke maje
जब मैं वहाँ पहुँचा तो अभी 8 बजने में 10 मिनट बाकी थे।
देखा तो वहाँ एक नर्स थी, वो मरीजों को दवाई दे रही थी।
मैं थोड़ी देर बैठा रहा।
उसके बाद उसने पूछा- क्या काम है? chut chatne ke maje
तो मैंने उससे कहा कि डॉक्टर ने मुझे काम के लिए बुलाया है।
तो उसने कहा- हाँ डॉक्टर ने कहा है। आकर बैठो।
वो नाइट ड्यूटी पर थी।
तो मैं उसके साथ काउंटर पर बैठ गया।
दोस्तों, ये कहानी इसी नर्स की है।
उसका नाम सोना है। chut chatne ke maje
उसकी उम्र करीब 23 साल थी और मैं उस समय 19 साल का था।
मुझे पढ़ाई करना अच्छा लगता था इसलिए मैंने कभी लड़कियों पर ध्यान नहीं दिया।
वो मेरी तरफ देख रही थी।
तो मैंने उससे पूछा- मुझे क्या काम करना है?
उसने बताया- सारा काम हो गया है। आज तुम्हारा पहला दिन है, तुम बस देखो।
तो मैं उसके पीछे-पीछे चला गया। chut chatne ke maje
उसने सारा काम खत्म किया और बोली- मैं जा रही हूँ।
इसके बाद वो चली गई और डॉक्टर भी आ गए।
उस समय मुझे फिगर या कुछ भी नहीं पता था।
ऐसे ही 2-3 दिन बीत गए।
तो एक दिन अस्पताल में ऑपरेशन हुआ।
उसे ऑपरेशन थियेटर में अकेले जाने में डर लग रहा था इसलिए वो मुझे भी साथ ले गई। chut chatne ke maje
उसके बाद वो काम करते हुए मुझे देखती रही।
तो मैंने उससे कहा- ऐसे मत देखो, मुझे बुरी नज़र लग जाएगी।
उसे ये बात इतनी बुरी लगी कि वो रोने लगी।
तो मैंने अपने रूमाल से उसके आंसू पोंछे और कहा- मैं फिर कभी ऐसा कुछ नहीं कहूँगा।
तो जब मैं उसके आंसू पोंछ रहा था, तो वो अचानक से मुझसे लिपट गई।
एक तो ऑपरेशन थियेटर खुला था, किसी के आने का डर था और दूसरी बात कि वो मुझे छोड़ ही नहीं रही थी। chut chatne ke maje
और उसके शरीर से इतनी अच्छी खुशबू आ रही थी कि मुझे भी कुछ अजीब सा लग रहा था।
उसके बाद मैंने किसी तरह से उसे जाने के लिए कहा और बाद में वो घर चली गई।
अब तक मैंने किसी लड़की को छुआ तक नहीं था।
फिर मैं पूरे दिन उसके बारे में सोचने लगा।
अगले दिन जब वो आई, तो हमने नंबर एक्सचेंज किए। chut chatne ke maje
उस समय मेरे पास कीपैड वाला फोन था।
जब सुबह मैं फिर आया तो उसे बोला- आज एक बार और कर लेते हैं. उसके बाद कभी नहीं बोलूंगा.
फिर हमारे साथ ऐसा रोज़ होने लगा।
उसके बाद मैं उससे मिलने के लिए किसी न किसी बहाने से उसे छूता, गले लगाता।
वो भी मुस्कुराती रहती।
फिर मेरा 12वीं का रिजल्ट आया। chut chatne ke maje
उसमें मेरे बहुत कम नंबर आए थे।
जिसकी वजह से मेरे घरवाले मुझ पर बहुत चिल्लाए!
और मैं घबरा गया और काम पर चला गया।
वहाँ जाकर मैं बस अपने रिजल्ट के बारे में सोच रहा था।
फिर मेरे पिताजी ने कहीं से पता करके मुझे फार्मेसी में भर्ती करवा दिया।
फिर मैंने डॉक्टर से कहा कि मैं नाइट शिफ्ट करूँगा क्योंकि मुझे दिन में पढ़ाई के लिए जाना है। chut chatne ke maje
फिर डॉक्टर ने हाँ कर दी।
उसके बाद सोना और मैं साथ में खाना खाते थे।
एक दिन अस्पताल में कोई मरीज नहीं था और मौसी (सफाई कर्मचारी) भी उस दिन नहीं आई थी!
तो मैंने सोचा कि आज सोना के साथ मेरा काम हो जाएगा।
फिर हमने लाइट बंद कर दी और सोने लगे।
वो अलग कमरे में और मैं अलग कमरे में।
वो अकेली डरी हुई थी क्योंकि वहाँ कई मौतें हो चुकी थीं। chut chatne ke maje
तो उसने मुझे अपने साथ सोने के लिए कहा।
तो मैंने सोचा कि जब सामने से ऑफर आ रहा है तो टेंशन क्यों।
लेकिन काउंटर पर कैमरा लगा था।
तो हमने वाईफाई बंद कर दिया ताकि ऑनलाइन कुछ भी दिखाई न दे।
फिर वो मेरे कमरे में आई और हमने वाईफाई चालू कर दिया।
उसके बाद हम दोनों एक ही बिस्तर पर सो गए। जब मैंने उसे गले लगाया तो मेरा लंड खड़ा होने लगा। chut chatne ke maje
और शायद उसे भी इस बारे में पता चल गया था।
फिर मैं जल्दी से उठा, दरवाजा बंद किया और उसके कहे अनुसार लाइट बंद कर दी!
और मैं उसके ऊपर आ गया।
पहले मैंने उसके गालों को चूमा और वो शरमा गई। chut chatne ke maje
फिर जब मैंने उसके होंठों को चूमने की कोशिश की तो वो अपना चेहरा इधर-उधर करने लगी।
तो मैंने उसे जबरदस्ती चूमा।
फिर उसने अपनी जीभ मेरे मुँह में डाल दी और मेरे चेहरे को कस कर पकड़ लिया और मुझे अपनी ओर खींचने लगी.
फिर धीरे-धीरे मैंने उसकी गर्दन को चूमा और फिर उसने जो शर्ट पहनी हुई थी उसे उतार दिया और उसके ऊपर से उसके चूचे दबाने लगा.
उसके चूचे बहुत मुलायम थे.
फिर मैंने उसके नीचे पहना हुआ पलाज़ो भी उतार दिया. chut chatne ke maje
और अब वो सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में थी.
फिर उसे चूमते हुए मैंने उसकी ब्रा उतार दी और उसके चूचोों को ज़ोर से दबाया.
तो उसे दर्द हुआ और वो गुस्से से मेरी तरफ देखने लगी.
लेकिन फिर वो सामान्य हो गई.
उसके बाद मैंने उसके चूचोों को दबा-दबा कर लाल कर दिया. chut chatne ke maje
और मैं उसके चूचोों को अपने दांतों से काटता था.
उसके बाद जैसे ही मैं चूमते हुए उसके पेट तक पहुँचा, वो काँपने लगी.
शायद वो उत्तेजित हो गई थी.
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उसने मेरा सिर पकड़ लिया और उसे दूर करने की कोशिश की.
लेकिन मैं उसके पेट को चूसता और चूमता रहा! chut chatne ke maje
और जैसे ही मैंने अपना हाथ उसकी पैंटी के ऊपर ले गया, वो ज़ोर से उछली और ऊपर सरक गई.
लेकिन फिर वो फिर से नीचे आ गई.
लेकिन वो मुझे अपनी पैंटी उतारने नहीं दे रही थी.
तो मैंने सोचा कि अब मैं इसे मुँह से ही चूस लूँ, जब वो ज़्यादा उत्तेजित हो जाएगी तो खुद ही मुझे इसे उतारने के लिए कहेगी.
फिर मैंने अपना मुँह उसकी पैंटी पर रख दिया और उसने मेरा मुँह दूर धकेलने की कोशिश की. chut chatne ke maje
लेकिन मैंने उसकी कमर को कस कर पकड़ रखा था.
अब वो कह रही थी ‘आह उह… हम्मा आह आह… ये मत करो. तुम क्या कर रहे हो? ये गंदी जगह है, हम किस नहीं करते!’.
लेकिन मैं सेक्स के जुनून में था.
मैं सुनने वाला नहीं था… मैं किस करता रहा. chut chatne ke maje
और मुझे मौका मिला और मैंने उसकी पैंटी निकाल दी.
अब उसकी चिकनी वर्जिन चूत मेरे सामने थी.
मैं इसे देखकर पागल हो गया.
अब वो बोली- सिर्फ़ देखोगे या कुछ करोगे भी?
मैंने उसकी चूत को चाटना जारी रखा और वो उम्म आह… हाँ शश हहा कह रही थी.
और उसके पैर कांप रहे थे. chut chatne ke maje
और जब मैंने अपनी जीभ उसकी चूत के अंदर डाली, तो मुझे हल्का नमकीन और कसैला स्वाद महसूस हुआ.
उसके बाद वो ‘आह उन्ह हम्म आहा श्ह्ह हान आह ओह’ कह रही थी.
मैं बस उसकी चूत चाट रहा था.
उसके बाद जब वो झड़ने वाली थी, तो उसने अपने पैरों से मेरा सिर पकड़ लिया और झटके मारने लगी.
उसने मेरे बाल खींचे और मेरा मुंह अपनी जांघों में दबा लिया. chut chatne ke maje
वो झड़ चुकी थी. उसके मुंह से एक हंसी निकली.
उसके बाद उसने मुझे कुछ नहीं करने दिया और मैं मुठ मारकर सो गया.
दोस्तों, ये मेरी पहली कहानी है. अगर मुझसे कोई गलती हुई हो, तो कृपया मुझे माफ़ करें. chut chatne ke maje
और हाँ, कहानी का बाकी हिस्सा आपको बहुत जल्द मिलेगा.
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