नमस्कार दोस्तों, मैं रोहन हूँ आज में आपको बताने जा रहा हु की कैसे मने अपनी “किरायेदार भाभी को चोदा और उसकी चूत में अपना सारा मॉल झाड़ दिया”
मैं गोवा का रहने वाला हूँ मेरी उम्र 28 साल है, रंग गेहुँआ और एथलेटिक हूँ। मैं शक्ल से एक औसत दिखने वाला व्यक्ति हूं.
यह 1 साल पहले की बात है जब हम गोवा में अपने नए घर में शिफ्ट हुए थे। नये घर में आने के बाद हमने पुराना घर किराये पर उठा दिया था.
पुराना घर 3 मंजिल का है. ये कहानी तीसरी मंजिल पर रहने वाली एक भाभी की है. भाभी का नाम आशिका था. उस समय आशिका भाभी की उम्र 26 साल थी.
भाभी का रंग गोरा था और उनका फिगर 32-28-34 था. जो उसने मुझे बाद में बिस्तर पर कबडडी खेलते समय मेरे पूछने पर बताया।
चूँकि मैं घर में बड़ा हूँ इसलिए पापा ने मुझे वहाँ से किराया लेने के लिए कहा था। मैं हर महीने वहां जाता था और तीनों मंजिलों के किरायेदारों से महीने का किराया वसूल करता था.
आशिका भाभी करीब 8 महीने से हमारे घर में रह रही थीं, लेकिन मेरी उनसे कभी ज्यादा बात नहीं हुई.
जून का महीना था, मैं शनिवार को वहां किराया लेने गया था. मैंने दरवाज़ा खटखटाया तो आशिका भाभी मैक्सी पहने हुए बाहर आईं.
मैंने उसे पहली बार ऐसे देखा था. उसने शायद अन्दर ब्रा भी नहीं पहनी थी क्योंकि उसकी चुस्त मैक्सी में उसके चुचूक नोक की तरह बाहर निकले हुए थे।
सच कह रहा हूँ दोस्तो… मैं तो उन्हें देखता ही रह गया। आशिका भाभी ने भी मुझे उनके स्तनों को घूरते हुए देखा तो उन्होंने मुझे टोका नहीं बल्कि मुस्कुरा कर पूछा- रोहन कैसे हो?
मैंने घबराते हुए कहा- मैं ठीक हूं भाभी. आप कैसी हैं? वो फिर मुस्कुराई और अपने स्तनों को तानते हुए बोली- तुम बताओ कैसे हो?
उनकी बात सुनकर मुझे लगा कि शायद भाभी के साथ कुछ किया जा सकता है. तो मैंने खुल कर कह दिया कि आप बहुत खूबसूरत हैं। आपकी मुस्कान भी बहुत प्यारी है.
यह सुन कर वो बोली- अच्छा जी, आप मेरे साथ फ़्लर्ट कर रहे हैं. मैंने कहा- नहीं भाभी, मैं सच कह रहा हूं. फिर उन्होंने मुझे धन्यवाद कहा और अन्दर आने को कहा.
उस दिन उनके बच्चे भी घर पर नहीं थे. मैं बताना भूल गया कि आशिका भाभी के 2 बच्चे हैं। जिसमें एक लड़का 5 साल का और एक लड़की 3 साल की है.
मैंने पूछा- भाभी बच्चे कहाँ हैं? तो वो बोलीं- पड़ोस में एक बच्चे का जन्मदिन है, इसलिए वहां गये हैं. फिर उसने मुझसे पूछा- और बताओ घर पर सब लोग कैसे हैं.. और जिंदगी कैसी चल रही है?
मैंने कहा- सब ठीक है.. और मैं अकेले ही अपनी जिन्दगी जी रहा हूँ। फिर बोली- अकेले काट रहे हो… हम्म… तो फिर शादी कब कर रहे हो?
मैंने कहा- अब पहले कोई अच्छी नौकरी कर लू, फिर 1-2 साल आराम से जिंदगी का मजा लू और थोड़ा मजा करू, फिर शादी के बारे में सोचूंगा.
यह सुनकर वो बोली- अच्छा, जिंदगी का मजा कैसे लिया जाए? क्या शादी के बाद जीवन का आनंद नहीं लिया जा सकता?
मैंने कहा- मैं एक गर्लफ्रेंड बनाना चाहता हूँ, उसके साथ घूमना चाहता हूँ, मूवी देखना चाहता हूँ, रेस्टोरेंट जाना चाहता हूँ आदि।
मैं ये सब करना चाहता हूँ और वो भी अपने कमाए हुए पैसों से… मैं अपने पापा के पैसों पर ऐश नहीं करना चाहता।
यह सुनकर भाभी बोलीं- तुम्हारी सोच तो बहुत अच्छी है, अच्छा बताओ तुम अपनी गर्लफ्रेंड के साथ और क्या करोगे? बस इधर-उधर घूमना…या कुछ और भी!
यह सुन कर मैं शरमाते हुए बोला- जो करना होगा, मैं करूंगा. वो बोली- गर्लफ्रेंड के साथ और क्या किया जाता है?
मैंने कहा- तुम्हें तो पता ही होगा, शादी से पहले तो भाई ने भी तुम्हारे साथ वो सब किया होगा. यह सुन कर वो उदास होकर बोली- नहीं रोहन … मैं उससे शादी से पहले नहीं मिली थी.
ये हमारी अरेंज मैरिज है. ये सब तो मेरे पति भी नहीं करते. हमारी शादीशुदा जिंदगी भी अच्छे से चल रही है.
उनकी ये बातें सुनकर मैंने ‘सॉरी..’ कहा. तो वो बोलीं- सॉरी क्यों बोल रहे हो.. तुमने कुछ किया थोड़ी है। मैंने कहा- लेकिन तुम तो मेरी वजह से उदास हो गई हो ना … इसलिए मुझे बुरा लग रहा है.
यह सुनकर भाभी ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोलीं कि नहीं रोहन, मुझे तुमसे बात करना अच्छा लगता है. मैंने कहा- मुझे भी तुमसे बात करना अच्छा लगता है.
फिर भाभी गले लगकर बोलीं- अच्छा जी … और आपको मुझमें क्या पसंद है. मैंने उसके स्तनों को खा जाने वाली नजरों से देखा और सब कुछ कह दिया… तुम्हारी मुस्कुराहट, तुम्हारी आंखें, तुम्हारा स्वभाव सब कुछ!
उसने अपने मम्मे ऊपर उठाते हुए कहा- बस.. और कुछ नहीं? मैंने फिर से उसकी चुचियों की तरफ देखते हुए कहा- भाभी, आप ऊपर से लेकर नीचे तक बहुत अच्छी हो.
इस पर भाभी ने इतराते हुए कहा कि तुमने मुझे ऊपर से नीचे तक कब देखा? अच्छा, अभी जब तुम आये थे तो मेरे इन मम्मों को घूर रहे थे शायद तभी..!
यह सुन कर मैं चौंक गया और मुँह नीचे करके बोला- सॉरी भाभी, मेरा वो मतलब नहीं था.
वो हंसते हुए बोलीं- अरे तुम डर गए हो यार … चिंता मत करो, मैं तुम्हें डांट नहीं रही हूं … मैं तो बस ऐसे ही मजाक कर रही हूं. ये कहते हुए उसने मेरे गाल पर चुटकी काट ली.
उसका जवाब सुनकर मेरी जान में जान आई। फिर मैंने भी मुस्कुराते हुए कहा- वैसे भाभी, मैं मजाक नहीं कर रहा था बल्कि सच कह रहा था कि आप ऊपर से लेकर नीचे तक बहुत अच्छी हैं … बल्कि आप तो एकदम मस्त हैं.
ये सुनकर वो हंसने लगी, उसके साथ-साथ मैं भी हंसने लगा. फिर वो बोली- नहीं यार, अब मेरा कोई फिगर नहीं है.. शादी से पहले तो मैं और भी मस्त थी।
आप यहाँ सस्ते दामों पर कॉल गर्ल्स बुक कर सकते है Visit Us:-
उसने अपने मम्मे पकड़ कर कहा- देखो, अब तो ये भी लटकने लगे हैं… पहले तो बहुत टाइट थे. अब दो बच्चों के बाद मेरा पूरा फिगर बेकार हो गया है.
उसकी ये हरकत देख कर मेरा लंड खड़ा होने लगा. मैंने कहा- नहीं भाभी, आप अभी भी कई कुँवारी लड़कियों को फेल कर रही हो. आपका फिगर देखकर हर कोई आहें भरता है.
भाभी बोलीं- अच्छा … इसका मतलब ये हुआ कि तुम भी आहें भरते हो? मैंने मुस्कुराते हुए कहा- हां मैं भी भरता हूं.
अब भाभी भी मेरे साथ मजा लेने के मूड में थी. वो बोली- अच्छा तो फिर क्या करते हो? मैंने कहा- मैं क्या कर सकता हूँ.. बस तुम्हारी याद आती रहती है।
तभी भाभी ने आंख मारते हुए कहा- बस, मुझे लगा तुम मुझे याद करके हिलाते हो. ये सुन कर मैंने कहा- ये सच है भाभी… दिन में कम से कम एक बार तो मैं आपको याद करके हिला लेता हूँ.
फिर भाभी बोलीं- अच्छा, तुम्हें मेरे बारे में क्या याद है? मैंने कहा- सब कुछ, जो मेरा मन करता है.. मैं तुम्हें वैसे ही याद करके हिला लेता हूँ।
फिर भाभी मेरे पास बैठ गईं और बोलीं- ऐसे नहीं.. खुल कर बताओ, अब मुझसे क्या शरमाना। फिर मैंने कहा कि मुझे लगता है
कि किसी दिन मैं तुम्हारे घर आऊं, तब तुम अकेली हो, तो मैं तुमसे अपने प्यार का इज़हार कर दूं. उसके बाद मैं तुम्हें गले लगाऊंगा और तुम्हारे होठों को चूमूंगा.
फिर स्तनों को दबाऊंगा, फिर हम दोनों 69 में आजायेंगे। यह सब सुनकर आशिका भाभी उत्तेजित होने लगीं और मेरी बांह को अपने दोनों हाथों में पकड़ कर सहलाने लगीं.
भाभी बोलीं- बस इतना ही.. आगे और क्या? मैंने कहा- फिर हम दोनों 69 करते हुए एक दूसरे के मुँह में झड़ जाते हैं, तुम मेरा सारा माल पी आजायेंगी
और मैं तुम्हारी सारी मलाई चाट जाता हूँ। उसके बाद हम दोनों एक दूसरे की बांहों में लेट गये. थोड़ी देर बाद मैं तुम्हारी गर्दन को चूमते हुए नीचे आता हूँ
फिर तुम्हारे एक बूब को दबाते हुए चूसता हूँ। तुम भी मेरे लंड को अपने हाथ में पकड़ कर सहलाना शुरू करो. फिर जब लंड फिर से टाइट हो जाए तो आप मुझे नीचे लिटा देना और मेरे ऊपर आ जाना.
ये सब बताते हुए मैं आशिका भाभी की जांघें सहलाते हुए उनके करीब आ गया. अब भाभी ने भी अपना सिर मेरे कंधे पर रख दिया और बोलीं- बहुत अच्छा लग रहा है… और बताओ!
मैंने कहा- फिर तुम मेरा लंड पकड़कर अपनी चूत के मुँह पर रखो.. फिर धीरे-धीरे अंदर लेकर बैठ जाओ।
फिर मैं नीचे से तुम्हारे दोनों मम्मों को मसलते हुए धक्के लगाता हूँ और तुम भी अपने दोनों हाथ मेरे कंधों पर रख कर अपनी योनि को मेरी जाँघों पर रगड़ते हुए धक्के लगाती हो।
ऐसे ही मजा लेने के बाद हम दोनों एक साथ डिस्चार्ज हो जाते हैं … और तुम मेरी छाती पर लेट जाओ.
इतनी बात करते-करते भाभी बहुत गर्म हो गईं और मेरे लंड को सहलाने लगीं. मैंने भी देर न करते हुए उनके दूध दबा दिये.
भाभी ने अपनी आँखों में वासना के डोरे तैराये और फुसफुसा कर मुझसे बोली- रोहन, क्या तुम मुझे चोदोगे?
मैंने उसके होंठों को चूमा और दूध मसलते हुए कहा- मैं तो कब से लंड खड़ा कर रहा हूं मेरी जान.
फिर क्या था.. भाभी उठ गईं। उसने कमरे का दरवाज़ा बंद कर दिया और पलट कर एक ही झटके में अपनी मैक्सी उतार दी और मेरे सामने पूरी नंगी हो गयी.
इस वक्त संगमरमरी बदन पर सिर्फ एक पैंटी थी. मैंने भी अपने कपड़े उतार दिये और चड्डी भी उतार दी और पूरा नंगा हो गया।
इस समय मैंने उसके फिगर को अपनी आंखों से पकड़ लिया और उससे पूछा- आपका फिगर तो बड़ा कातिलाना है.. वैसे आपका साइज क्या है? भाभी ने अपने फिगर का साइज बताया.
इस वक्त मेरे लंड की पोजीशन बहुत सख्त थी. भाभी मेरे करीब आईं और घुटनों के बल बैठ कर मेरे लंड से खेलने लगीं. उसने हाथ में थूक लेकर लंड को साफ किया और मुँह में भर लिया.
आह… मुझे पहली बार लंड चूसाने का मजा मिला था. मेरा नशा बढ़ गया और मैं भाभी का सिर पकड़ कर उनके मुँह को चोदने लगा. भाभी भी मेरे लंड के नीचे गालों को सहलाते हुए मजा ले रही थीं.
दो मिनट बाद मैंने भाभी को उठाया और बिस्तर पर लिटा कर उनकी पैंटी को उनके पैरों से खींच कर अलग कर दिया. उसकी हल्के हल्के रेशमी रोयें से सजी हुई चूत मुझे पागल कर रही थी.
मैंने चूत पर अपनी जीभ फिराई तो भाभी की कमर उठ गई और वो चूत चटाई का मजा लेने लगीं. हम दोनों जल्द ही 69 का मजा लेने लगे और एक बार झड़ने के बाद रस का स्वाद चखा।
अब बारी थी चुदाई की. अब भाभी चुदाई के लिए बोहोत उत्सुक थी भाभी ने जल्दी से मेरे लंड को अपने मूह में लेकर फिरसे खड़ा किया और फिर भाभी ने मुझको लिटा दिया
और मेरे ऊपर आ गई और मेरे लंड को अपनी चूत पर सेट करने लगी सेट करने के बाद मेने एक जोरदार झटका मारा और अपना लंड भाभी की चूत में घुसा दिया
फिर में भाभी की जमकर चुदाई करने लगा भाभी अहहहहहह अहहहहह की आवाजे निकलने लगी दस मिनट की चुदाई के बाद मेने अपना सारा माल भाभी की चूत में झाड़ दिया फिर हम नंगे ही सो गए