हेलो दोस्तों मैं आभा सिंह, आज मैं एक नई सेक्स स्टोरी लेकर आ गई हूं जिसका नाम है “ससुर जी को लगी लत बहु की चूत और गांड मारने की-bahu hot chudai” यह कहानी आरती की है आगे की कहानी वह आपको खुद बताएँगे मुझे यकीन है कि आप सभी को यह पसंद आएगी।
मेरा नाम आरती है, उम्र 25 साल है और मैं एक देसी सुन्दर औरत हूँ
जिसकी खूबसूरती के चर्चे पूरे गाँव में हैं। bahu hot chudai
मेरा रंग गेहुँआ है, जैसे खेतों में पक रहे गेहूँ और मेरे चूचे इतने भारी और रसीले हैं कि हर मर्द की नज़र उन पर ठहर जाती है।
मेरी गांड मोटी, गोल और लहराती हुई है,
हर कदम पर लहराती है
और मेरी कमर इतनी पतली है कि मर्दों के हाथ साँप की तरह उस पर लिपटने को बेताब हो जाते हैं। bahu hot chudai
मेरे होंठ गुलाबी और रस से भरे हुए हैं और मेरी आँखों में वो मादक चमक है जो किसी को भी पागल कर दे।
मैं अपने पति महेश और अपने ससुर श्यामलाल के साथ कानपूर के एक छोटे से गाँव में रहती हूँ।
महेश खेतों में काम करता है और सारा दिन बाहर रहता है।
51 साल का श्यामलाल एक सांवला, मजबूत और जंगली आदमी है। bahu hot chudai
उसकी चौड़ी छाती और खुरदुरे हाथों को देख कर मेरी चूत में गुदगुदी होती थी।
यह कहानी उस गर्मी की रात की है
जब श्यामलाल ने मेरी चूत चोदने की आदत बना ली थी।
गर्मी का मौसम था और गाँव में रातें बहुत गर्म होती थीं। bahu hot chudai
जून का महीना था और रात को भी पंखे की हवा गर्म लग रही थी।
मैं अपने आँगन में एक पतली सी साड़ी में लिपटी हुई खाट पर लेटी हुई थी।
साड़ी मेरे बदन से चिपकी हुई थी और बिना ब्लाउज के मेरे चूचे बाहर आने को बेताब थे।
मेरी गांड खाट पर लहरा रही थी और मेरे गीले बाल मेरे चेहरे पर बिखरे हुए थे।
महेश रात को सिंचाई के लिए खेतों में गया हुआ था और घर पर सिर्फ़ श्यामलाल और मैं ही थे।
मैं करवटें बदल रही थी, लेकिन मुझे नींद नहीं आ रही थी। bahu hot chudai
मेरी चूत में अजीब सी खुजली हो रही थी और मेरे मन में गंदे विचार आने लगे थे।
मैंने सोचा, मुझे थोड़ा पानी पीना चाहिए।
मैं उठकर रसोई की तरफ चली गई।
रसोई में एक मिट्टी का घड़ा था और मैंने उसमें से पानी लिया।
जैसे ही मैंने पानी पीना शुरू किया, मुझे पीछे से किसी की तेज़ साँसें सुनाई दीं।
मैंने पलटकर देखा तो श्यामलाल वहाँ खड़ा था। bahu hot chudai
उसने सिर्फ़ लुंगी बाँधी हुई थी और उसका चौड़ा सीना पसीने से चमक रहा था।
उसकी आँखों में एक भूख थी, जो मैंने पहले भी कई बार देखी थी।
मैंने शरमाते हुए कहा, “ससुर जी, आप यहाँ? क्या आपको नींद नहीं आ रही?”
वो मेरे करीब आया और बोला, “आरती, तुम्हें इस साड़ी में देखकर मैं कैसे सो सकता हूँ? तुम गाँव की सबसे हॉट लड़की हो।”
उसकी बातों ने मेरी चूत में आग लगा दी। bahu hot chudai
मैंने मज़ाक में कहा, “ससुर जी, आप क्या कह रहे हैं?
मैं आपकी बहू हूँ!”
वो हँसा और बोला, “बहू, तुम्हारी बड़ी गांड और रसीले चूचे देखकर मेरा लंड तड़प रहा है।”
मैं शरमा गई, लेकिन मेरी चूत पहले से ही गीली थी।
उसने मेरी साड़ी का पल्लू खींचा, और मेरे नंगे चूचे चमक उठे। bahu hot chudai
मैंने ब्लाउज नहीं पहना था, और मेरे निप्पल सख्त और काले थे।
मैंने अपने हाथों से चूचो को छिपाने की कोशिश की, लेकिन उसने मेरे हाथ हटा दिए और कहा, “आरती, इन चूचो को छिपाने की कोई ज़रूरत नहीं है।
ये मेरे लिए ही बने हैं।”
मैंने विरोध करने की कोशिश की, “ससुर जी, यह गलत है!”
लेकिन मेरी हवस ने मेरे दिमाग को धोखा देना शुरू कर दिया।
उसने अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिए, bahu hot chudai
और मैं उसके चुम्बन में डूब गई।
उसका चुम्बन कठोर और जंगली था,
और मैंने उसकी जीभ चूसना शुरू कर दिया।
मैं कराह उठी, “आह… ससुर जी, आप क्या कर रहे हैं?
उसने मेरी साड़ी पूरी तरह से खींच दी, और मैं सिर्फ़ पेटीकोट में थी।
उसने मेरे एक चूचे को अपने मुँह में लिया और चूसने लगा। bahu hot chudai
मैं चिल्लाई, “उफ़… धीरे, मेरे चूचे दर्द कर रहे हैं!” उसकी जीभ मेरे निप्पल पर नाच रही थी,
और उसका दूसरा हाथ मेरे दूसरे चूचे को मसल रहा था।
मेरी चूत से रस टपकने लगा, और मैं तड़प रही थी।
उसने मुझे रसोई की दीवार से सटा दिया और मेरा पेटीकोट खींच लिया।
मेरी चिकनी, गीली चूत उसके सामने थी।
उसने कहा, “आरती, तुम्हारी चूत शहद जैसी है!” bahu hot chudai
उसने अपनी जीभ मेरी चूत पर रखी, और मैं चिल्लाई, “आह्ह… चाटो, मेरी चूत प्यासी है!”
उसकी जीभ मेरी चूत में गहराई तक चली गई, और मैं कराह उठी, “उफ़… इसे और ज़ोर से चाटो, ससुर जी!”
मेरा रस उसके मुँह में बह रहा था, और मेरी कराहें रसोई में गूँज रही थीं।
मैंने उनका सिर पकड़ कर अपनी चूत पर दबा दिया।
मैं चिल्ला रही थी, “आह्ह… चूसो इसे!”
उसने अपनी लुंगी खोली, और उसका मोटा, काला लंड मेरे सामने था।
यह इतना बड़ा और रसीला था कि मेरी आँखें खुली की खुली रह गईं। bahu hot chudai
मैंने उसे सहलाया, और वह कराह उठा, “आरती, तुम एक रंडी हो!” मैंने उनका लंड अपने मुँह में लिया और उसे ज़ोर से चूसने लगी।
उनका लंड का टोपा मेरे गले तक जा रहा था,
और मैं उसकी गर्मी महसूस कर सकती थी।
मैं कराह उठी, “उफ़… तुम्हारा लंड रसीला है!” उसने मेरे बाल पकड़ लिए और मेरे मुँह को चोदने लगा। मैं चिल्ला रही थी, “आह्ह… और जोर से!”
उन्होंने मुझे रसोई के फर्श पर बैठा दिया। bahu hot chudai
मेरी बड़ी गांड उनके सामने थी, और उन्होंने उस पर जोर से थप्पड़ मारा।
मैं चिल्लाई, “आह्ह… मुझे और जोर से मारो!” उन्होंने मेरी गांड पर और थप्पड़ मारे, और मेरी गांड लाल हो गई।
मैं कराह रही थी, “उफ़… मेरी गांड जल रही है!” उन्होंने अपने लंड पर थूका और मेरी चूत में डाल दिया।
मैं चिल्लाई, “आह्ह… ससुर जी, मेरी चूत फट गई है!” उन्होंने जोर से धक्के मारने शुरू कर दिए, और मेरे चूचे हवा में उछल रहे थे।
मैं कराह रही थी, “उफ़… मुझे और जोर से चोदो, मेरी चूत फाड़ दो!”
उनके धक्के फर्श को हिला रहे थे, और मेरी चूत से रस टपक रहा था। bahu hot chudai
वह मेरे चूचे दबा रहा था, और मैं चिल्ला रही थी, “आह्ह… मेरे चूचे फाड़ दो!” उन्होंने मेरे निप्पल काटे और मैं तड़प उठी, “उफ्फ़… और काटो!” फिर उसने मुझे गोद में उठा लिया और मेरी चूत में धक्के लगाने लगा।
मैं उनके कंधों पर थी और मेरे चूचे उसके मुँह में थे। वह मेरे निप्पल चूस रहा था और मैं चिल्ला रही थी, “आह… और चूसो!” उनके धक्के इतने ज़ोरदार थे कि मेरा शरीर काँप रहा था।
मैं कराह रही थी, “उफ्फ़… तुम्हारा लंड मेरी चूत को जन्नत दिखा रहा है!”
उन्होंने मुझे ज़मीन पर लिटा दिया और अपना लंड मेरी गांड में डालने की कोशिश की। bahu hot chudai
मैं डर गई और बोली, “ससुर जी, मेरी गांड मत चोदो!” वह हँसा और बोला, “आरती, आज मैं तुम्हारी गांड भी चोदूँगा।” उसने मेरी सेक्सी गांड पर तेल डाला और धीरे से अपना लंड डाला।
मैं चिल्लाई, “आह… मेरी गांड फट गई!” उसने धीरे से धक्के लगाने शुरू किए और दर्द धीरे-धीरे मजे में बदल गया।
मैं कराह रही थी, “उफ्फ़… मेरी गांड को और ज़ोर से रगड़ो!” उनके धक्कों से मेरी गांड जल रही थी और मेरी चूत से रस टपक रहा था।
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फिर उन्होंने मुझे फिर से लिटा दिया और मेरी चूत में धक्के मारने लगे।
मैं चिल्ला रही थी, “ससुर जी, मेरी चूत फाड़ दो!” bahu hot chudai
वो जोर-जोर से धक्के मार रहा था और मेरी कराहें किचन में गूंज रही थीं।
मैंने कहा, “ससुर जी, इसे मेरे मुँह में डाल दो!” उसने अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया और मैं उसे जोर-जोर से लंड चूसने लगी।
मैं कराह रही थी, “उफ्फ… आपका लंड रस से भरा हुआ है!” उनकी गर्मी मेरे मुँह में फैल रही थी और मैं पागल हो रही थी।
उन्होने फिर से मेरी चूत में धक्के मारने शुरू कर दिए।
मैं चिल्ला रही थी, “मेरी चूत चोदो ससुर जी!” bahu hot chudai
वो सिसकियाँ ले रहा था, “आरती, तुम्हारी चूत मेरे लंड की रानी है!”
उन्होने जोर-जोर से धक्के मारे और मैं काँप रही थी।
मैं चिल्ला रही थी, “आह… और जोर से!” उनके धक्कों से मेरा शरीर काँप रहा था और मेरी चूत रस से लबालब भर गई थी।
उन्होने कहा, “आरती, मैं झड़ने वाला हूँ!” मैं चिल्लाई, “ससुर जी, मेरी चूत में माल निकाल दो!” उन्होंने जोर से धक्का मारा, और उनका गर्म माल मेरी चूत में फव्वारे की तरह फूट पड़ा।
मैं फर्श पर लेटी हुई थी, कांप रही थी, और मेरा शरीर पसीने और रस से भीगा हुआ था।
श्यामलाल हांफ रहा था, और उनका माल मेरी चूत से बह रहा था। bahu hot chudai
उन्होने मेरे माथे पर चूमा और कहा, “आरती, तुम बहुत हॉट हो।”
मैंने हंसते हुए कहा, “ससुर जी, आपका लंड जादुई है।”
उस रात हमने दो बार और चुदाई की- एक बार मेरी गांड में, और एक बार मेरे मुँह में। bahu hot chudai
सुबह तक मेरा शरीर थक गया था, लेकिन मेरी चूत श्यामलाल के लंड के लिए पागल हो गई थी।
उसके बाद श्यामलाल को मेरी चूत चोदने की आदत हो गई।
जब भी महेश खेतों में जाता, श्यामलाल मेरी चूत और गांड चोदता।
कभी आंगन में, कभी खेतों में, तो कभी रसोई में। bahu hot chudai
गाँव की वो गर्मी मेरे लिए एक नई हवस की शुरुआत थी।
मुझे आज भी श्यामलाल का लंड याद है, और मेरी चूत उनके धक्कों के लिए तरसती है।
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