हेलो दोस्तो मेरा नाम कविता है। मैं हरयाणा की रहने वाली हूं। मेरी शादी को एक साल हो गया है। शादी से पहले मेरा एक बॉयफ्रेंड था। लेकिन घर वालो ने दूसरी कास्ट के लड़के से शादी के लिए न कर दी। फिर मेरा रिश्ता मेरे पति विशाल से करवा दिया, और मैंने शादी कर ली।
सब अच्छा चल रहा था जिंदगी में, अचानक मेरा बॉयफ्रेंड पारस मेरे घर आया, और कहने लगा की वो अभी भी मुझसे प्यार करता था।
मैंने कहा: नहीं, अब मेरी शादी हो चुकी है। तुम ये क्या कर रहे हो?
ये बोल कर मैंने उसे चांटा मार दिया। तबी अचानक पारस मुझे मेरी नंगी इमेजेज देखने लगा। मुझे पता भी नहीं था, की उसे तस्वीरें कब ली थी। ये देख कर मुझे बहुत बुरा लगा, और रोना आ गया। मुझे लगा मेरी शादी अब टूट जाएगी। फिर मैंने उसे कहा-
मैं : तुम जो बोलोगे वो मैं करूंगी।
फिर उसने अचानक मेरे हाथ पकड़ा , और मेरे बाल सहलाने लगा।
मैंने कहा: ये क्या कर रहे हैं? प्लीज फोटो डिलीट कर दो।
लेकिन उसने कहा: ऐसा कैसे छिनाल , मेरी रंडी बन तो करू।
ये सुनने के बाद । मैं क्या करती , वो मुझे ब्लैकमेल कर रहा था। फिर मैंने कहा-
ठीक है, लेकिन एक शर्त पे। आज के बाद तुम कभी मुझे अपना चेहरा मत दिखाना, और मिलना मत, और सारी इमेज डिलीट कर देना।
मैंने उसे हा कर दी, वो अचानक घर के अंदर घुस आया। और ज़ोर-ज़ोर से मुझे किस करना लगा। मैं पागल हो रही थी। फिर उसे अचानक से मेरे बाल खोल दिए, मेरी साड़ी उतार दी। अब मैं सिर्फ ब्लाउज और पेटीकोट में थी, और वो ऊपर से मेरे स्तन को मसल रहा था
वो काफ़ी हैंडसम था, और रोज़ जिम जाता था। उसने अपना पैंट और टी-शर्ट निकला दी, और अंडरवियर में आ गया। फिर वो मुझे सहलाने लगा। वो मेरे दो पांव के बीच आ गया, और मेरी जांगो को चूमने लगा।
फिर अचानक उसने मेरा ब्लाउज और पेटीकोट भी निकला दिया। मैं अब ब्रा और पैंटी में थी, और वो अंडरवियर में था। फिर वो अचानक मेरी पैंटी के ऊपर से मेरी चुत को छूने लगा, और कहा-
तेरी चुत काफ़ी गीली है।
मुझे बहुत शर्म आ रही थी, अचानक उसे मेरी पैंटी फाड़ दी, और ब्रा निकल दी। मैं नंगी बिस्तर पे पड़ी थी, और उसे अपना लंड बाहर निकाला , और मुझे कहा-
पारस : रंडी चाट मेरा लंड । शादी से पहले नहीं चाटा था तूने अब चाट।
मैंने मना किया, और कहा: नहीं प्लीज। मुझे ये नहीं अच्छा लगता है।
पारस ने मुझे इमेजेज दिखाने की धमकी दी। मैं रोने लगी, और मैंने चाटना शुरू कर दिया। और वो मेरी चुत चाटने लगा। तबी अचानक उसने मेरी चुत को काट लिया। मुझसे बहुत दर्द हुआ। मैं इतना चिल्लायी, और मैंने कहा-
पारस नहीं प्लीज। ऐसा मत करो।
लेकिन उसे एक नहीं सुनी, और वो मेरी चुत को चाटने के साथ साथ काट भी रहा था । थोड़ी देर बाद वो मेरे ऊपर आ गया, और मेरी चुत में लंड रखा।
मैंने कहा: कंडोम लगा लो।
ये सुन कर उसने एक बार फिर से मुझे धमकी दी। फिर मैंने कहा-
लगा लो।
उसे मेरी बात नहीं सुनी। फिर मैंने कहा-
धीरे करना, मुझे दर्द हो रहा है।
लेकिन उसे एक झटके में पूरा लंड मेरी चुत में डाल दिया । मैं रो पड़ी, मुझे बहुत दर्द हो रहा था।
फिर मैंने कहा: पारस नहीं।
फिर वो ज़ोर-ज़ोर से झटके देने लगा, और अचानक उसने मेरी चुत में झाड़ दिया । मजा तो मुझे बहुत आया। ऐसा मजा मेरे पति के साथ कभी नहीं आया था। फिर झड़ने के बाद उसने कहा-
आई-पिल ले लियो छिनाल ।
मैने सर हिला दिया। मैं करती भी क्या? फिर वो सिगरेट पीने लगा, और मैं वही टांगे खोल के नंगी लेटी थी। क्यूकी मेरी चुत सूज गई । तबी पता नहीं अचानक उसे क्या हुआ, उसने मेरी चुत में चिमटी काट ली।
मैं इतना ज़ोर से चिल्लाई, की उसे मेरा मुह बंद कर दिया, और कहा-
चुप मेरी रांड ! तुझे प्यार की निशानी दे रहा हूं।
मैं रोने लग गई। मेरी सूजी हुई चुत थोड़ी और सूज गई थी। मेरी हालत खराब हो गई थी, और मैं चल भी नहीं पा रही थी। फिर उसके जाने के बाद मैंने कमरा ठीक किया जैसे तैसे और नहाने गई।
मेरे पति विशाल ऑफिस से घर आए, और आते वक्त मेरे लिए गुलाब लेके आए। मैं खुश हो गई। उसके बाद हमने खाना खाया, और हम सोने गए। वहा जाके उन्होन ने मुझे सहलाना शुरू कर दिया। मैंने मना किया तो पूछने लगे-
क्या हुआ?
अब क्या बोलती मैं, तो मैंने उनका साथ दिया। उन्हे मैं कैसे कहती हैं, की मेरी चुत में कितना दर्द हो रहा था। उन्होन अपना हाथ पहले वही रखा जहां चिमटी काटी थी पारस ने। मैं चिल्ला भी नहीं सकती थी। फिर विशाल मेरे ऊपर आ गए, और अपना लंड मेरी चुत पर रख के घुसाने लगे।
मुझे इतनी जलन हो रही थी, की क्या बोलू। फिर वो मुझे चोदने लगे।
मैंने कहा: धीरे विशाल प्लीज।
लेकिन उन्होंने भी मेरी एक नहीं सुनी, और पूरी रात मेरी 3 बार चुत मारी। मुझे उस दिन इतना दर्द हो रहा था, लेकिन मैं लेटी रही और वो मुझे चोदते रहे । मैं उनका साथ देती रही, क्योंकि पति को कैसे मना कर सकती थी।
दूसरे दिन सुभा उन्होंने देखा, की मेरी चुत सूज गई थी। फिर वो ऑफिस गए, और मुझे सोने के लिए कहा। मैं सोती रही। मेरी चुत इतनी सूज गई थी, मैं चल नहीं पा रही थी। इतनी जलान हो रही थी मुझे, की मैं पैंटी भी नहीं पहन पा रही थी।
थोड़ी देर बाद डोरबेल बजी। मैंने दरवाजा खोला, पारस आया और मुझे पूछे लगा-
कैसी है मेरी रांड ?
मैं: क्या कर रहे हो? क्यू आए हो वापस ? मना किया था मैंने। मेरी हालत देखो क्या कर दी है तुमने।
पारस : सुभा से याद आ रही थी तेरी चुत की। कल मजा आया था, लेकिन इतना नहीं।
मैं: ये क्या कह रहे हैं? तुमने कहा था एक बार। देखो मेरी हालत क्या कर दी।
पारस : चल ना छिनाल , आज से तू रोज चुदेगी मुझसे ।
मैं: नहीं, ऐसा कुछ नहीं होगा।
फिर अचानक उसने मुझे कल वाली वीडियो दिखाई जिसमे वो मेरे घर में मुझे चोद रहा था।
पारस : अब बोल मेरी जान, तेरे पति को भेज देता हूं।
मैं: नहीं प्लीज, तुम्हारा जो दिल करे वो करो। प्लीज आज नहीं, मेरी चुत सूज गई है। मुझे दर्द हो रहा है।
पारस : कोई बात नहीं, मैं तुम्हें दर्द हो ऐसा नहीं करुंगा।
ऐसा कहते-कहते वो घर में घुस आया। वो मेरे बूब्स को मसलने लगा। मैं वही खड़ी थी। क्या करती , मैं फस गई थी। उसने देखते ही देखते मेरे कपड़े उतार दिए, और मुझे बिस्तर पे पटक दिया।
मैं: प्लीज आज रहने दो ना। मैं थोड़े दिन बाद पक्का तुमसे चुदुँगी ।
फ़िर पारस मेरे बाल खींच कर मेरे मुह पे थूक के कहने लगा-
बहन की लोडी चल घोड़ी बन, वर्ना तेरे पति
को वीडियो भेजूंगा ।
फिर मैं बिना कुछ कहे घोड़ी बन गई। वो अचानक से साइड टेबल पे से तेल लेने लगा। मैं कुछ कहती उससे पहले उसने मेरी गांड में लंड का टोपा घुसा दिया।
मैं बहुत तेज चिल्लाई और बोली निकलो इस्को.
फ़िर मैं रोने लगी। मैंने कभी गांड में लंड नहीं लिया था । वो ज़ोर-ज़ोर से झटके देने लगा, उसने मेरी गांड से खून निकाल दिया था । ऐसा करते करते उसका 10 मिनट में झड़ गया । फिर उसने मुझे बिस्तर से निचे फैक दिया ।
मैं खड़ी भी नहीं हो पा रही थी। फिर मैंने उससे मदद मांगी, लेकिन उसने मना कर दिया। फ़िर मैं जैसे तैसे खड़ी हुई। तबी उसे कहा-
थोड़े दिन आराम करले मैं बाहर जा रहा हूं। थोड़े दिनों के बाद वापस आके तुझे खूब चोदूंगा छिनाल ।
ये कह कर वो मेरे निपल्स को चुनने लगा, और मेरे निप्पल को काटने लगा । मैं चिल्ला उठी तो उसने कहा-
निशानी को संभल कर रखना।
ऐसा कह कर वो चला गया। उससे चुदने में मजा तो आ रहा था, लेकिन बस घर टूटने का डर था।
तो दोस्तो ये मेरे जीवन की सबसे अनोखी चुदाई है। इसके बाद क्या हुआ ये जानने के लिए पढ़ते रहे मेरी कहानी।
आपको यह कहानी कैसी लगी ??